परमाणु परीक्षणों की शुरुआत 16 जुलाई 1945 को हुई थी और उसके बाद से अब तक दुनिया भर में 60 से अधिक स्थलों पर दो हज़ार से अधिक परमाणु परीक्षण किए जा चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि इन परीक्षणों से विस्फोट प्रभावित भूमि पर रह पाना अब सम्भव नहीं हैं और इनसे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएँ भी उपजी हैं.