
भारत में स्टॉक एक्सचेंजों को फ्रंटलाइन रेगुलेटर्स माना जाता है, जिन्हें अन्य चीजों के अलावा डिस्क्लोजर पर SEBI की ओर से बनाए गए नियमों को लागू करने का काम सौंपा जाता है। अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स के आरोपों के बाद गुरुवार, 21 नवंबर को अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 22 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। हालांकि शुक्रवार, 22 नवंबर को शेयरों में रिकवरी देखी गई