First Vande Bharat Metro: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने साथ सौगातों का पिटारा लेकर तीन दिनों तक तीन राज्यों के दौरे पर रहेंगे। पहले वह झारखंड से 6 वंदे भारत मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। साथ ही कई परियजोनाओं की भी सौगात देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी गुजरात जाएंगे, जहां देश की पहली वंदे भारत मेट्रो की शुरुआत करने जा रहे हैं।
देश के अलग-अलग हिस्सों में वंदे भारत ट्रेन तो चलती हैं। अब देश को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने जा रही हैं। सोमवार (16 अगस्त) को PM नरेंद्र मोदी इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
वंदे भारत मेट्रो कहां से कहां तक चलेगी। इसकी टाइमिंग से लेकर स्टेशन और किराया तक, आइए जानते हैं इससे जुड़ी हर एक डिटेल…
कहां से कहां तक चलेगी मेट्रो?
वंदे भारत मेट्रो अहमदाबाद से भुज के बीच चलेगी। इस दौरान यह 9 स्टेशनों पर दो-दो मिनट के लिए रुकते हुए 110 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड से 360 किलोमीटर की दूरी 5 घंटे 45 मिनट में तय करेगी।
जानिए टाइमिंग और किराया
बात इसकी टाइमिंग की करें तो एक अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह भुज से सुबह 5.05 बजे रवाना होगी और सुबह 10.50 बजे अहमदाबाद जंक्शन पर पहुंचेगी। इसके बाद वापसी में मेट्रो ट्रेन अहमदाबाद से शाम 5:30 बजे रवाना होगी और रात 11:10 बजे भुज पहुंच जाएगी। ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी। ट्रेन में 1,150 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है जबकि 2,058 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे।
वंदे भारत मेट्रो के किराए को लेकर रेल मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है। मंत्रालय के मुताबिक इसमें सफर करने वाले यात्रियों को हर किलोमीटर के हिसाब से 1 रुपया 20 पैसा खर्च करना होगा। अगर कोई 100 किलोमीटर तक की यात्रा करता है तो उसे 120 रुपये, 200 किलोमीटर के सफर पर 240 रुपये देने होंगे। ट्रेन का न्यूनतम किराया 30 रुपये होगा, जिस पर जीएसटी भुगतान करना होगा।
इन सुविधाओं से होगी लैस
मेट्रो ट्रेन कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी। यात्रियों का सफर आरामदायक हो, इसका पूरा इंतजाम भी किया गया है। मेट्रो ट्रेन में 3 x 3 बेंच-टाइप की सीट लगाई गई है। विकालांग यात्रियों की सुविधा के लिए व्हीलचेयर-शौचालय भी उपलब्ध होगा।
इसके अलावा मेट्रो ट्रेन के कोच में टॉक-बैक सिस्टम लगाया गया है। किसी इमरजेंसी की स्थिति में यात्री ट्रेन के ड्राइवर से सीधे बातचीत कर सकते हैं। मेट्रो के हर कोच में आग और धुएं का पता लगाने वाला सेंसर सिस्टम भी लगाया है। मेट्रो ट्रेन का टिकट यात्रियों को काउंटर पर ट्रेन के चलने से कुछ देर पहले मिल जाएगा।
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