
अमेरिकी शेयर बाजारों ने अपने शिखर पर पहुंच चुके हैं और आने वाले समय में स्टॉक्स, ट्रेजरी बॉन्ड्स और डॉलर में करेक्शन यानी गिरावट संभव है। यह कहना है जेफरीज के इक्विटी स्ट्रैटेजी के ग्लोबल हेड क्रिस वुड का। वुड का मानना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए ग्लोबल निवेशकों को अब अपने पोर्टफोलियो में भारत, चीन और यूरोप जैसे बाजारों की हिस्सेदारी बढ़ानी चाहिए