Israel -Hezbollah War: इजरायल आतंकी संगठन हिजबुल्लाह और हमास को खत्म करने की कसम खाई है और पूरी ताकत के साथ हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ दी है। इजरायल हिजबुल्लाह को पूरी तरह से खत्म करने के मूड में नजर आ रहा है। वो लगातार हिजबुल्लाह के ठिकाने पर हमला कर रहा है। हिजबुल्लाह को जड़ से खत्म करने के लिए इजरायल ने उसके चीफ नसरल्लाह ढेर कर दिया। इजरायल के इस कदम का दुनिया में कुछ देश स्वागत कर रहे हैं तो वहीं कुछ मुस्लिम देश विरोध में उतर आए हैं। अब बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री ने इस युद्ध पर प्रतिक्रिया दी है।
इजरायल ने हिजबुल्लाह पर सबसे बड़ा हमला शुक्रवार (27 सितंबर) को किया। लेबनान की राजधानी बेरूत में इजरायल ने हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर को निशाना बनाया और इसमें उसका चीफ नसरल्लाह ढेर हो गया। आज, शुक्रवार 4 अक्टूबर को नसरल्लाह को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। वहीं, हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के विरोध में भारत में भी कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक में कुछ मुस्लिम संगठनों ने हिजबुल्लाह की हत्या और इजरायल के विरोध में मार्च निकाला। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ऐसे विरोध की कड़ी निंदा की है।
हिजबुल्लाह के समर्थकों कों धीरेंद्र शास्त्री का जवाब
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत का यही सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। राष्ट्रद्रोही, मानवद्रोही इनलोगों को भारत के कुछ लोग जोड़ने का काम करते हैं। मगर जो सनातन का काम, मानव को जोड़ने का काम और भारत को जोड़ने का काम करते हैं उसका विरोध करते हैं। यही वजह से भारत विदेशों के मुकाबले में पीछे हैं। यही भारत का दुर्भाग्य है कि यहां आतंक को समर्थन देने वाले लोग भी है। बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री ने इजरायल के कदम को सही बताते हुए कहा कि आतंक को खत्म करने के लिए जो संकल्प लिया है वो बिल्कुल सही है।
लखनऊ से जम्मू-कश्मीर तक मार्च
बता दें कि लेबनान में हुई हिजबुल्लाह नेता हसन नसरुल्लाह की हत्या के विरोध में सैकड़ों लोगों ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पुराने शहर इलाके में बीते दिनों प्रदर्शन किया था और कैंडल मार्च निकाला था। साथ ही इजराइल और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के आह्वान पर यूपी में नसरुल्लाह की हत्या के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। जव्वाद ने नसरुल्लाह की मौत पर तीन दिवसीय शोक का आह्वान किया है। इसमें लोगों से विरोध के तौर पर अपने घरों में काले झंडे फहराने और दुकानें बंद करने को कहा था। साथ ही ज्यादा से ज्यादा जगहों पर विरोध प्रदर्शन और शोकसभाएं आयोजित करने की अपील भी की है। लखनऊ ही नहीं जम्मू-कश्मीर में भी हिजबुल्लाह की हत्या के विरोध में मार्च निकाले गए थे और इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की गई थी।
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