दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने शपथ लेने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में शनिवार को भाजपा पर अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल के खिलाफ “साजिश” रचने का आरोप लगाया और राजधानी के लोगों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद फिर से शीर्ष पद पर लौटें।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा कि यह उनके लिए एक “भावनात्मक दिन” है क्योंकि केजरीवाल मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहेंगे।
मेरे लिए यह बहुत भावुक क्षण है क्योंकि वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे- आतिशी
उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह बहुत भावुक क्षण है क्योंकि वे मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने हर व्यक्ति का दर्द समझा। उन्होंने लोगों के लिए मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया, सरकारी स्कूलों के छात्रों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा का प्रावधान लाये।”
केजरीवाल को हाल ही में आबकारी नीति से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिली थी, जिसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है। पिछले रविवार को एक अप्रत्याशित घोषणा में केजरीवाल ने कहा कि वह इस्तीफा दे देंगे और तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक उन्हें लोगों से “ईमानदारी का प्रमाण पत्र” नहीं मिल जाता।
आतिशी ने कहा, “भाजपा ने उन्हें झूठे मामले में फंसाया और उन्हें तोड़ने की हरसंभव कोशिश की।” उन्होंने केजरीवाल को अपना “राजनीतिक गुरु” और “बड़ा भाई” बताया और उन्हें यह अवसर देने के लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक को धन्यवाद दिया।
लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनें – आतिशी
अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आतिशी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनें ताकि मुफ्त बिजली और पानी जैसी सेवाएं जारी रहें।
उन्होंने कहा, “फरवरी में चुनाव होंगे। अगर दिल्ली के दो करोड़ लोग अरविंद केजरीवाल को अपना मुख्यमंत्री नहीं चुनते हैं, तो भाजपा उनकी मुफ्त बिजली, मुफ्त इलाज और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा बंद कर देगी।”
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केजरीवाल सरकार के तहत लोगों को मिल रही सुविधाओं को रोकने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
आतिशी ने कहा, “मैं आपको आश्वासन देती हूं कि चूंकि केजरीवाल अब जेल से बाहर आ गए हैं, इसलिए हम भाजपा की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे।”
उन्होंने आबकारी नीति मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर नैतिकता की मिसाल कायम करने के लिए केजरीवाल की सराहना की।
उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत ने न केवल उन्हें जमानत दी, बल्कि भाजपा नीत केंद्र सरकार के चेहरे पर जोरदार तमाचा मारा जब उसने जांच एजेंसियों को “पिंजरे में बंद तोता” कहा। उन्होंने कहा कि अगर कोई और होता तो वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बना रहता।
केजरीवाल ने राजनीति में नैतिकता और ईमानदारी की मिसाल कायम की- आतिशी
आतिशी ने कहा, “लेकिन केजरीवाल जी ने राजनीति में नैतिकता और ईमानदारी की मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि उनके लिए अदालत का फैसला काफी नहीं है और जब तक जनता की अदालत से फैसला नहीं आ जाता, तब तक वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।”
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने केजरीवाल को “दिल्लीवालों का बेटा” और “सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री” बताया। उन्होंने राजधानी के दो करोड़ लोगों की सेवा की जिम्मेदारी सौंपने के लिए उनका धन्यवाद किया।
आतिशी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी का संघर्ष समझा और शानदार शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाएं, फ्री बिजली सहित तमाम सुविधाओं के साथ पिछले 10 सालों में दिल्ली की तस्वीर बदल दी।”
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं है, ये हमारे लिए बहुत भावुक क्षण है। लेकिन आगामी चुनाव में हमारा एक ही उद्देश्य है – अरविंद केजरीवाल जी को दोबारा दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “साथ ही इन चार महीनों में अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में अब दिल्लीवालों के हर वो काम होंगे जिसे भाजपा ने अपने षड्यंत्रों से रोक रखा था। अरविंद केजरीवाल जी अब जेल से बाहर है और भाजपा का कोई षड्यंत्र कामयाब नहीं होने देंगे।”
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