
संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम अधिकारी ने ध्यान दिलाया है कि जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण व जैवविविधता हानि के विरुद्ध लड़ाई और सतत जीवनशैली अपनाने के प्रयासों में आदिवासी समुदायों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. मगर, इसके बावजूद उन्हें गहरी चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है और निर्णय निर्धारण प्रक्रियाओं में उनकी भागेदारी नहीं है.