ओडिशा के कंधमाल जिले में कथित तौर पर आम की गुठली पीसकर खाने से भोजन विषाक्तता का शिकार हुई दो महिलाओं को हालत बिगड़ने के बाद एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्हें (मरीजों) बरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद शनिवार देर शाम कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। दोनों का यहां अस्पताल के ‘मेडिसिन आईसीयू’ में इलाज हो रहा है।
मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर जयंत पांडा ने बताया कि, “टूनी माझी (30) और जीता माझी (30) को तेज बुखार, लगातार उल्टी और लीवर में संक्रमण जैसे गंभीर लक्षणों के चलते यहां लाया गया था।”
पांडा ने बताया कि अस्पताल के मेडिसिन और हेपेटोलॉजी विभागों के चिकित्सकों की एक टीम उनकी देखभाल कर रही है। उन्होंने कहा, “फिलहाल उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है।”
उन्होंने कहा, “उनकी स्थिति में सुधार के लिए बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराई जा रही है। नैदानिक परीक्षण किए गए हैं और चिकित्सा टीम विषाक्तता के सटीक कारण का पता लगाने के लिए रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।”
कंधमाल जिले के मंडीपांका गांव में बृहस्पतिवार को कथित तौर पर आम की गुठली को पीसकर खाने से कम से कम दो आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई और छह अन्य बीमार हो गईं। राज्य प्रशासन ने शनिवार को कहा कि दोनों की मौत भोजन विषाक्तता के कारण हुई।