हाल ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण को लेकर दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने निशाना साधा है। मालवीय ने अपने ‘एक्स’ पर किए अपने पोस्ट में 1984 के सिख नरसंहार का भी जिक्र करके कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया है।
अमित मालवीय ने कहा कि जब से राहुल गांधी का ‘हम आरक्षण हटा देंगे’ वाला बयान आया है, तब से एससी, एसटी और ओबीसी समाज में बहुत गुस्सा है। उससे पहले सिख समाज को भड़काने और उनका अपमान करने वाले बयान से सिख समुदाय आक्रोशित था ही। लेकिन फिर भी भाषा पर संयम रखना चाहिए।
राहुल गांधी आरक्षण हटाने के अपने मंसूबे में कभी कामयाब नहीं होंगे- मालवीय
अमित मालवीय ने कहा कि राहुल गांधी आरक्षण हटाने के अपने मंसूबे में कभी कामयाब नहीं होंगे। सिख समाज आज भी कांग्रेस द्वारा उनके साथ की गई हिंसा और 1984 के नरसंहार को नहीं भुला है। क्योंकि, आपको आज अचानक भाषा की मर्यादा याद आई है, इसलिए मैं आपको राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ दिए गए बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और अशिष्ट बयानों की एक छोटी सी मिसाल दिखा रहा हूं। आपके भी कई बयान मर्यादा के दायरे में नहीं रहे हैं। लेकिन उनका हिसाब अगली बार दूंगा।
क्या कांग्रेस अपने चिराग को भी भाषा और आदर्श का पाठ पढ़ाएंगी- मालवीय
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री पर दिए गए आपत्तिजनक और हिंसक बयानों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि उन पर अलग से चर्चा की जा सकती है। क्या अहिंसा, सद्भाव और प्रेम जैसे भारतीय सांस्कृतिक मूल्य राहुल गांधी पर भी लागू होते हैं? क्या आप संयमित भाषा और आदर्श का पाठ कांग्रेस के चिराग और अपने नेता राहुल गांधी को भी पढ़ाएंगे?
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