जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को लेकर विवादित बयान देकर अपने लिए नई मुसीबत खड़ी कर ली है। उनके बयान के बाद सियासी भूचाल आ गया है। अफजल गुरु और याकूब जैसे आतंकियों के हमदर्दी दिखाकर उमर अब्दुल्ला ना सिर्फ खुद के लिए बल्कि उनकी पार्टी के साथ गठबंधन कर रही कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। बीजेपी ने उनके बयान को देश विरोधी बताया है।
उमर अब्दुल्ला के बयान को लेकर बीजेपी लगातार सवाल उठा रही है। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अफजल गुरु को कानून ने मौत की सजा दी थी। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया और समीक्षा भी हुई लेकिन वह दोषी पाए गया। आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था अफजल गुरू और उमर अब्दुल्ला कर रहे हैं कि उन्हें फांसी देना का निर्णय गलत था। क्या आप चुनाव जीतने के लिए भारत को तोड़ने की बात करेंगे? यह एक गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्र विरोधी बयान है।
उमर अब्दुल्ला का बयान भारत विरोधी है-नित्यानंद राय
वहीं, उमर अब्दुल्ला के बयान पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “उमर अब्दुल्ला का बयान आपत्तिजनक और भारत विरोधी है। इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। अफजल गुरु और याकूब जैसे आतंकवादियों के पक्ष में बोलना देश विरोधी है। कांग्रेस ऐसे देश विरोधी बयानों के साथ है। इसे देश और कश्मीर बर्दाश्त नहीं करेगा।
अफजल गुरु के लिए उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
बता दें कि न्यूज एजेंसी ANI के साथ पॉडकास्ट में उमर अब्दुल्ला ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने का फैसला गलत था। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि उसे फांसी देने से कोई उद्देश्य पूरा हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि वो मौत की सजा में विश्वास नहीं रखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे अदालती व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं। अफजल गुरु को संसद हमले का दोषी मनाते हुए 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी। इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई थी।
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