सार्वजनिक क्षेत्र की एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने 1,234 करोड़ यूनिट हरित बिजली का उत्पादन किया है। कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि इससे एक करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) का उत्सर्जन रोका गया है। बयान के अनुसार, मुख्य रूप से लिग्नाइट आधारित बिजली उत्पादन कंपनी एनएलसी ने 2030 तक 10,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा है।
एनएलसी इंडिया (एनएलसीआईएल) ने 1,380 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्रों और 51 मेगावाट पवन ऊर्जा संयंत्रों के साथ नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में कदम रखा है। कंपनी ने 10,000 मेगावाट के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नई अनुषंगी कंपनियों- एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (एनआईआरएल) तथा एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) का गठन किया है। इनमें एनआईआरएल परिसंपत्ति मुद्रीकरण पर ध्यान देगी वहीं एनआईजीईएल स्वच्छ ऊर्जा की अगुवाई करेगी।
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में एनएलसी की सदस्यता कोयला क्षेत्र में पर्यावरणीय अनुकूल उपायों के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को बताती है। कंपनी की नेवेली (तमिलनाडु), बरसिंगसर (राजस्थान), गुजरात और असम में महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं।
एनएलसी ने पिछले महीने केन्द्रीय सार्वजनिक उद्यम योजना के तहत प्रतिस्पर्धी मूल्य पर 200 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए तेलंगाना राज्य बिजली वितरण कंपनी के साथ 25 साल का बिजली खरीद समझौता किया था।
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