Odisha News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को सुभद्रा योजना जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रथ को पूरे ओडिशा में घुमाया जाएगा और योजना के बारे में लोगों में जागरुकता पैदा की जाएगी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री पार्वती परिदा भी मौजूद थीं। माझी ने कहा कि सुभद्रा योजना राज्य में महिलाओं को सशक्त बनाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरुकता रथ लोगों को इस योजना के बारे में जागरुक करेंगे और इसके लिए आवेदन कैसे करें, इसकी जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में सुभद्रा योजना के तहत एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिलेगा। माझी ने कहा, ‘‘यह हर महिला के सपने को पूरा करने का अवसर है। यह योजना उड़िया अस्मिता की पहचान भी है।’’
उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा ने कहा कि सुभद्रा योजना के लिए पंजीकरण तब तक जारी रहेगा जब तक कि अंतिम लाभार्थी अपना आवेदन जमा नहीं कर देती। उन्होंने कहा, ‘‘सुभद्रा योजना आवेदन जमा करने की कोई समय सीमा नहीं है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी लाभार्थी छूट न जाए और सभी पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ मिले।’’ उपमुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी बड़े कार्यक्रम की शुरुआत से पहले भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है और यह स्वाभाविक है। जागरुकता रथ लोगों के मन में मौजूद संदेहों को दूर करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार सभी लाभार्थियों तक पहुंचेगी। मैं आश्वासन देती हूं कि इस योजना से कोई भी वंचित नहीं रहेगा।’’
क्या है सुभद्रा योजना?
इस योजना के तहत महिला लाभार्थियों को पांच साल तक हर साल 10,000 रुपये की सहायता मिलेगी। पांच हजार रुपये की पहली किस्त 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने सुभद्रा योजना के तहत कम से कम एक करोड़ महिला लाभार्थियों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा है, जैसा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विधानसभा चुनाव से पहले जारी अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था।