केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार को यह आकलन करने की जरूरत है कि क्या भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले में आपदा राहत कार्यों की खातिर केंद्र से अधिक धन प्राप्त करने के लिए कथित रूप से बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़े पेश करना सही था?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्य विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्नीथला ने वामपंथी सरकार से सही तथ्यों का खुलासा करने का अनुरोध किया, जिसमें वह वायनाड राहत प्रयासों के संबंध में केरल उच्च न्यायालय में दिए अपने हलफनामे के बारे में भी बताए।
उन्होंने यह टिप्पणी तब की है जब एक दिन पहले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि वामपंथी सरकार ने राहत उपायों के संबंध में खर्च की गयी धनराशि में भ्रष्टाचार किया। विजयन ने मीडिया में आयी उन खबरों को भी ‘निराधार’ बताया जिसमें दावा किया गया है कि राहत उपायों के तौर पर बहुत ज्यादा धनराशि खर्च की गयी है। मीडिया की खबरों में वायनाड भूस्खलन के संबंध में केरल उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए यह दावा किया गया था।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा था?
मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार ने आपदा के मद्देनजर तत्काल सहायता की मांग करते हुए केंद्र सरकार को एक ज्ञापन सौंपा था और उसमें विभिन्न मदों के तहत अपेक्षित खर्चों का उल्लेख किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया ने इस ज्ञापन को गलत तरीके से पेश किया है। चेन्नीथला ने मंगलवार को कहा कि आपदा राहत कार्यों के लिए केंद्र से अधिक धन प्राप्त करना आवश्यक है ‘‘लेकिन राज्य सरकार को यह आकलन करने की जरूरत है कि क्या बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़ें पेश करना सही है?’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि हर कोई 2019 में आपदा राहत निधि के संबंध में कथित अनियमितताओं के बारे में जानता है और उस पृष्ठभूमि में ये नए आरोप लोगों के बीच चिंता पैदा कर रहे हैं। वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला इलाकों में 30 जुलाई को हुए भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी तथा दोनों इलाके लगभग पूरी तरह तबाह हो गए थे।
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