ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की धमकियां का इजरायल पर बिल्कुल असर नहीं हो रहा है। हालिया ईरान के हमलों के बावजूद लेबनान में इजरायल हिजबुल्लाह के ठिकानों और कमांडरों को मिट्टी में मिलाने में लगा है। शुक्रवार को अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल पर दोबारा हमले की धमकी दी। इधर, इजरायल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के संचार प्रमुख मोहम्मद राशिद सकाफी को ढेर कर दिया।
इजरायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि बेरूत में हुए हमले में हिजबुल्लाह के संचार प्रभाग का प्रमुख मोहम्मद राशिद सकाफी मारा गया है। सेना ने एक बयान में कहा कि सकाफी एक वरिष्ठ हिजबुल्लाह आतंकवादी था, जो 2000 से संचार इकाई के लिए जिम्मेदार था और हिजबुल्लाह के उच्च अधिकारियों के साथ करीब जुड़ा हुआ था। इजरायल का कहना है कि उसने लेबनान और सीरिया के बीच एक भूमिगत सुरंग पर हमला किया।
हिजबुल्लाह का अब कौन सा कमांडर जिंदा?
इजरायल एक-एक करके हिजबुल्लाह के 10 से ज्यादा बड़े लीडर्स को मार चुका है। अभी इजरायल की लिस्ट में अबु अली रिदा एक मात्र जिंदा हिजबुल्लाह कमांडर है। पिछले दिनों आईडीएफ ने एक लिस्ट जारी की थी, जिसमें 10 टॉप कमांडरों के नाम बताए थे, जिन्हें ढेर कर दिया था। इस लिस्ट में जिंदा कमांडर में सिर्फ अबु अली रिदा शामिल है।
हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर, जो मारे गए
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah)
1992 से नसरल्लाह ने इजरायल के साथ कई युद्धों में संगठन का नेतृत्व किया था और लेबनान में पार्टी के एक शक्तिशाली खिलाड़ी के रूप में परिवर्तन की देखरेख की थी। नसरल्लाह के नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इराक और यमन में ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों की क्षमताओं को विकसित करने में भी मदद की। नसरल्लाह लेबनान में एक विभाजनकारी व्यक्ति हैं, उनके समर्थक 2000 में दक्षिणी लेबनान पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करने के लिए उनकी सराहना करते थे।
इब्राहिम मोहम्मद कोबेसी (Ibrahim Muhammad Qabisi)
कोबेसी ने हिजबुल्लाह की मिसाइल इकाई का नेतृत्व किया। इजरायली सेना का कहना है कि कोबेसी ने 2000 में उत्तरी सीमा पर तीन इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या की योजना बनाई थी, जिनके शव चार साल बाद हिजबुल्लाह के साथ कैदी की अदला-बदली में वापस किए गए थे।
इब्राहिम अकील (Ibrahim Akil)
अकील एक शीर्ष कमांडर था और हिजबुल्लाह के कुलीन राडवान बलों का नेतृत्व करता था, जिसे इजरायल लेबनान के साथ अपनी सीमा से और दूर धकेलने की कोशिश कर रहा है। वो इसके सर्वोच्च सैन्य निकाय, जिहाद परिषद का सदस्य भी था और कई सालों से संयुक्त राज्य अमेरिका की वांछित सूची में था। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि अकील उस समूह का हिस्सा था जिसने 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर बमबारी की थी और जर्मन और अमेरिकी बंधकों को पकड़ने की साजिश रची थी।
फुआद शुकुर (Fuad Shukr)
जुलाई के अंत में फुआद शुकुर को मार गिराया। अमेरिका ने फुआद शुकुर पर 1983 में बेरूत में बमबारी की साजिश रचने का आरोप लगाया, जिसमें 241 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे।
अली कराकी (Ali Karaki)
कराकी ने हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे का नेतृत्व किया, जो चल रहे संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। कराकी के बारे में बहुत कम जानकारी है, जो नसरल्लाह के साथ मारा गया था।
नबील कौक (Nabil Kaouk)
पिछले शनिवार को हवाई हमले में मारे गए नबील कौक हिजबुल्लाह की केंद्रीय परिषद के उप प्रमुख था। वो 1980 के दशक में इसके शुरुआती दिनों में आतंकवादी समूह में शामिल हुआ। कौक ने 1995 से 2010 तक दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर के रूप में भी काम किया। कई मीडिया में उपस्थिति दर्ज कराई और समर्थकों को भाषण दिए, जिनमें मारे गए हिजबुल्लाह आतंकवादियों के अंतिम संस्कार भी शामिल थे। उन्हें नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा गया था।
विशम अल-ताविल (Wissam al-Tawil)
वशीम अल-ताविल रदवान फोर्स का कमांडर था। जनवरी में इजरायल ने हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर विसम अल-ताविल को भी हवाई हमले में मार डाला था।
तालेब अब्दुल्ला (Sami Taleb Abdullah)
जुलाई में इजरायली सेना ने स्ट्राइक में तालेब अब्दुल्ला को ढेर कर दिया। वो लेबनान के दक्षिणी शहर आदचिट का निवासी था।
अहमद वेहबे (Ahmad Wehbe)
वेहबे राडवान फोर्सेज का कमांडर था और उसने लगभग दो दशक पहले इसके गठन के बाद से संगठन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक हवाई हमले में अकील के साथ उसकी भी मौत हो गई थी, जिसमें एक इमारत पर हमला किया गया था और उसे नष्ट कर दिया गया था।
मोहम्मद सुरूर (Mohammad Surour)
सुरूर हिजबुल्लाह की ड्रोन इकाई का प्रमुख था, जिसका इस्तेमाल इसराइल के साथ इस मौजूदा संघर्ष में पहली बार किया गया था। उनके नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इजरायल में गहरे विस्फोटक और टोही ड्रोन लॉन्च किए, जो उसके रक्षा प्रणालियों में घुस गए थे।
कार्रवाई में मारे गए अन्य वरिष्ठ कमांडर
पहले के महीनों में इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के कई शीर्ष कमांडरों को निशाना बनाया। दक्षिण में प्रमुख इकाइयों के नेता, जवाद ताविल और मोहम्मद नासिर, जो कई दशकों से हिजबुल्लाह की सैन्य गतिविधि के महत्वपूर्ण सदस्य बन गए थे, सभी की हत्या कर दी गई।