खुद भरत की तरह… और केजरीवाल को बना दिया ‘राम’; आतिशी ने CM पद संभाला, मगर कुर्सी पर नहीं बैठीं

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Delhi CM Atishi: दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री आतिशी ने पदभार संभाल लिया है। दिलचस्प बात ये है कि आतिशी खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी के बगल में अपनी कुर्सी लगवाई और इसी पर बैठकर वो सरकार चलाने जा रही हैं। इस घटनाक्रम ने रामायण का वो किस्सा याद करा दिया है, जब भगवान श्रीराम 14 बरस के लिए बनवास गए तो भरत जी को अयोध्या का शासन संभालना पड़ा था। भगवान राम के बनवास चले जाने पर उनके भाई भरत ने राजगद्दी पर नहीं बैठे थे, बल्कि भगवान राम के लिए ना लौटने तक उसे राज सिंहासन खाली रखा था। इसी के समानांतर अब आतिशी कह रही हैं कि वो दिल्ली में भरत की तरह सरकार चलाएंगी।

आतिशी मुख्यमंत्री बनने के बाद भी अरविंद केजरीवाल की जगह CM की कुर्सी पर नहीं बैठी हैं। आतिशी ने 23 सितंबर यानी आज मुख्यमंत्री का पदभार संभालते हुए कहा कि मेरी वही स्थिति है जो भरत जी की थी। भरत की तरह अगले चार महीने के लिए सरकार चलाउंगी। ये इसी कमरे में रहेगी। फिर 4 महीने बाद अरविंद केजरीवाल चुनाव के बाद बैठेंगे। ये कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है।

‘केजरीवाल ने एक नया मानदंड स्थापित किया’

आतिशी अपने बयान में कहा, ‘”आज मैंने दिल्ली की मुख्यमंत्री का पदभार संभाला है। मैं वैसा ही महसूस कर रही हूं, जैसा भगवान राम के वनवास के बाद भगवान भरत ने किया था। अरविंद केजरीवाल ने एक नया मानदंड स्थापित किया है, उन्हें झूठे मामले में जेल में रखा गया। जब तक दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदार नहीं मानेगी, तब तक वो दोबारा कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। चुनाव नजदीक है। जनता उन्हें चुनेगी। तब तक ये कुर्सी उनका इंतजार करेगी।’

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21 सितंबर को आतिशी ने ली CM पद की शपथ

आतिशी ने 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने कांग्रेस की शीला दीक्षित और बीजेपी की सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की 8वीं और तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ पांच कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिसमें 4 पिछली सरकार के और एक नया चेहरा शामिल है। 43 साल की आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली अब तक की सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं। वो पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के बाद देश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री भी हैं। उनकी सरकार का कार्यकाल छोटा होगा, क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने हैं।

आतिशी ने केजरीवाल सरकार में अपने पास मौजूद 13 विभागों को बरकरार रखा है, जिसमें शिक्षा, राजस्व, वित्त, बिजली और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। हालांकि, उनके मंत्रिमंडल में एक नए सदस्य मुकेश अहलावत को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। उन्हें श्रम, एससी और एसटी, रोजगार और भूमि एवं भवन विभागों का प्रभार मिला, जबकि गोपाल राय ने केजरीवाल सरकार में अपने पास मौजूद विभागों को बरकरार रखा।

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