खेल: भारत 92 साल में पहली बार जीत के शिखर पर और शाकिब को बांग्‍लादेश लौटने पर कोई दिक्‍कत होगी?

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महिला टी20 रैंकिंग: इन महिला खिलाड़ियों को हुआ फायदा, बॉश और लिचफील्ड को भी मिली बढ़त

महिला टी20 विश्व कप 2024 में अब महज कुछ दिन बाकी है। इस बीच आईसीसी ने महिला टी20 रैंकिंग जारी कर दी है। इसमें दक्षिण अफ्रीका की ऐनी बॉश और ऑस्ट्रेलिया की फोएबे लिचफील्ड ने बल्लेबाजी रैंकिंग में सराहनीय बढ़त हासिल की है।

मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के आखिरी दो मैचों में बॉश ने 24 और 46 रन बनाए थे। इस सीरीज पर उनकी टीम ने 2-1 से अपना कब्जा जमाया था। अपने प्रदर्शन के दम पर बॉश को तीन पायदान की बढ़त मिली और वो 15वें स्थान पर पहुंच गई है, जो पिछले साल दिसंबर में हासिल उनकी करियर की सर्वश्रेष्ठ 14 वीं रैंकिंग से थोड़ा पीछे है।

लिचफील्ड, जिन्हें 2023 के लिए आईसीसी महिला इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर नॉमिनेट किया गया था। वे काफी समय से शानदार फॉर्म में हैं और आगामी मेगा इवेंट में अपनी टीम की मुख्य खिलाड़ियों में शुमार हैं।

आईपीएल से ज्यादा महत्वपूर्ण है घरेलू क्रिकेट: धवल कुलकर्णी

फ्रेंचाइजी और टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के बीच घरेलू और टेस्ट क्रिकेट से क्रिकेटरों समेत फैंस का ध्यान भी हटने लगा है। युवाओं में आईपीएल खेलने के बढ़ते चलन के बीच पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने कहा कि अगर अंतिम लक्ष्य देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है, तो घरेलू क्रिकेट खेलना अधिक महत्वपूर्ण है।

 घरेलू क्रिकेट में 18 साल खेलने के बाद पिछले सत्र में संन्यास की घोषणा करने वाले कुलकर्णी ने कहा कि घरेलू लाल गेंद प्रतियोगिताओं में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं है।

 मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज ने आईएएनएस से कहा, “100 फीसदी, जब आप घरेलू क्रिकेट खेलते हैं तो आपको आईपीएल में खेलने का मौका मिलता है। अगर आप भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं, तो घरेलू क्रिकेट खेलना बहुत जरूरी है। मुंबई क्रिकेट में, जब भी कोई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी फ्री होता है तो वह घरेलू क्रिकेट में खेलता है क्योंकि हमने वह मानक तय किया है। घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं है।”

न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले चोटिल फर्नांडो टीम से बाहर

 

टेस्ट क्रिकेट में लगातार बड़ा उलटफेर कर रही श्रीलंकाई टीम एक बार फिर खिलाड़ियों के चोटों से परेशान नजर आ रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले तेज गेंदबाज विश्वा फर्नांडो चोटिल होने के कारण बाहर हो गए हैं और उनकी जगह ऑफ स्पिनर निशान पीरिस को टीम में शामिल किया है। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने मंगलवार को यह घोषणा की।

 फर्नांडो को अभ्यास के दौरान दाहिने हैमस्ट्रिंग में जकड़न महसूस हुई और उन्हें रिहैब के लिए हाई परफॉर्मेंस सेंटर भेज दिया गया है।

 श्रीलंका क्रिकेट ने मंगलवार को जारी बयान में बताया, “विश्वा फर्नांडो को अभ्यास के दौरान दाएं हैमस्ट्रिंग में जकड़न हो गई थी, इसलिए उन्हें रिहैब के लिए हाई परफॉर्मेंस सेंटर भेज दिया गया है। उनकी जगह 27 वर्षीय दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर निशान पीरिस को टीम में शामिल किया गया है।”

 फर्नांडो, जिन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच में 86 रन देकर 5 विकेट लिए थे। इसलिए यह श्रीलंका के लिए एक बड़ा झटका होगा, लेकिन टीम को 27 वर्षीय निशान से काफी उम्मीदें हैं।

अधिकारियों ने कहा, ‘शाकिब को बांग्‍लादेश लौटने पर कोई दिक्‍कत नहीं होगी’

बांग्‍लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को विश्‍वास है कि शाकिब अल हसन को बांग्‍लादेश लौटने पर कोई दिक्‍कत नहीं होगी। अवामी लीग सरकार के तख्‍़तापलट के बाद पहली बार वह दक्षिण अफ़्रीका के ख़‍िलाफ़ अगले महीने होने वाली सीरीज़ में खेलेंगे।

पिछले महीने ढाका में मर्डर केस में शामिल 147 लोगों में शाकिब का नाम भी शामिल था। वह इस साल जनवरी में सांसद बने थे। जब पांच अगस्‍त को देश भर में हुए प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्‍तीफ़ा दिया तब शाकिब कनाडा में ग्‍लोबल टी20 लीग खेल रहे थे। इसके बाद वह टेस्‍ट सीरीज़ खेलने पाकिस्‍तान गए और बाद में सरे के लिए काउंटी क्रिकेट खेले और फ‍िलहाल भारत के ख़‍िलाफ़ भारत में टेस्‍ट सीरीज़ खेल रहे हैं। बांग्‍लादेश में हुए प्रदर्शनों के समय और बाद से वह बांग्‍लादेश में नहीं थे। यह केस मोहम्‍मद रूबेल की मौत से जुड़ा है, जो 5 अगस्‍त को हुए प्रदर्शन में जल गए थे और दो दिन बाद उनकी मृत्‍यु हो गई थी।

 बीसीबी के क्रिकेट ऑपरेशंस से जुड़े शहर‍ियार नफ़ीस ने सोमवार को कहा कि देश की सरकार ने यह पुष्टि की है कि शाकिब को तंग नहीं किया जाएगा।

92 साल में पहली बार भारत जीत के शिखर पर

रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम इन दिनों शिखर पर है। फॉर्मेट चाहे कोई भी हो टीम इंडिया का परचम बुलंद है। बीते कुछ महीनों में वनडे विश्व कप उप-विजेता और टी20 विश्व कप चैंपियन बनने के बाद अब ‘मैन इन ब्लू’ टेस्ट क्रिकेट में भी छा गई है। चेपॉक में बांग्लादेश को धूल चटाने वाली रोहित ब्रिगेड ने 92 वर्षों के बाद एक बेहद खास रिकॉर्ड अपने नाम किया, जिससे टीम ऑल-फॉर्मेट में दमदार लय में नजर आ रही है।

दो टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने बांग्लादेश को पहले टेस्ट में 280 रन से हराया। इस मैच में जीत हासिल करने के बाद भारत ने इतिहास रच दिया। 580 मैचों और 92 वर्षों के बाद टीम इंडिया ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में हारने वाले मैच से ज्यादा जीतने वाले टेस्ट मैच का रिकॉर्ड बनाया है।

 भारत ने अब टेस्ट मैचों में 179 मैच जीते हैं और 178 मैच हारे हैं। यह भारत के टेस्ट इतिहास में पहला मौका है जब उनका जीत का आंकड़ा हार से अधिक हुआ है। भारत अब उन पांच टीम में शामिल है, जिनका पुरुष टेस्ट में जीत-हार का पॉजिटिव रिकॉर्ड है।

टेस्ट क्रिकेट में हार से ज्यादा जीत हासिल करने वाली ये है पांच टीमें:

ऑस्ट्रेलिया (कुल मैच 866): 414 जीत और 232 हार, इंग्लैंड (कुल मैच 1077): 397 जीत और 325 हार, दक्षिण अफ्रीका (कुल मैच 466): 179 जीत और 161 हार, भारत (कुल मैच 580): 179 जीत और 178 हार, पाकिस्तान (कुल मैच 458): 148 जीत और 144 हार।

आईएएनएस के इनपुट के साथ