1. पालिताना, गुजरात
पालिताना भारत के गुजरात राज्य के भावनगर जिले में स्थित है और यह दुनिया का पहला शहर है जहां मांसाहारी भोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा है। यह निर्णय 2024 में 200 से अधिक जैन भिक्षुओं के विरोध प्रदर्शन के बाद लिया गया, जिन्होंने शहर में 250 से अधिक कसाईखानों को बंद करने की मांग की थी।
- प्रतिबंध की प्रकृति: पालिताना में मांस, अंडे और जानवरों का वध पूरी तरह से अवैध है। उल्लंघन करने वालों के लिए दंड का प्रावधान है।
- धार्मिक संदर्भ: यह शहर जैन धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जिसमें 800 से अधिक जैन मंदिर हैं, जैसे कि प्रसिद्ध आदिनाथ मंदिर।
2. राजकोट, गुजरात
राजकोट में भी मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाने के लिए नियम लागू किए गए हैं। यहाँ अधिकारियों ने मांसाहारी भोजन की तैयारी और सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगाई है।
- उद्देश्य: यह कदम लोगों की संवेदनाओं का सम्मान करने और सार्वजनिक स्थानों पर मांस से होने वाले नकारात्मक प्रभावों को रोकने के लिए उठाया गया है।
3. वडोदरा, गुजरात
वडोदरा में भी इसी तरह के नियम लागू किए गए हैं। यहाँ मांसाहारी भोजन की बिक्री और प्रदर्शन पर पाबंदी लगाई गई है, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं का सम्मान किया जा सके।
4. जूनागढ़, गुजरात
जूनागढ़ में भी मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह शहर भी जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है और यहाँ धार्मिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए ये नियम बनाए गए हैं।
5. अहमदाबाद, गुजरात
अहमदाबाद में भी मांसाहारी भोजन की बिक्री और प्रदर्शन पर पाबंदी लगाई गई है। इस शहर में भी धार्मिक संवेदनाओं का सम्मान करते हुए निर्णय लिए गए हैं।
निष्कर्ष
भारत में मांसाहार पर प्रतिबंध लगाने वाले ये शहर न केवल धार्मिक मान्यताओं को दर्शाते हैं, बल्कि यह एक सांस्कृतिक आंदोलन का भी हिस्सा हैं जो शाकाहार को बढ़ावा देता है। पालिताना जैसे शहरों में इस तरह के निर्णय स्थानीय समुदायों की भावनाओं को प्राथमिकता देने और सांस्कृतिक संवेदनाओं का सम्मान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।