पति-पत्नी का रिश्ता एक दूसरे के विश्वास पर टिका होता है। अगर दोनों में से कोई भी एक दूसरे के भरोसे का फायदा उठाता है तो रिश्ता कहने को रह जाता है। सतयुग और त्रेता युग में तो पति अपनी पत्नियों के लिए भगवान होते थे लेकिन अगर बात कलयुग की करें तो ऐसे-ऐसे किस्से सामने आते हैं कि कोई