झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren) ने हेमंत सोरेन सरकार से मंत्री पद और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सभी पदों इस्तीफा दे दिया है। वो शुक्रवार, 30 अगस्त को अपनी नई पारी की शुरूआत करने जा रहे हैं। राजधानी रांची में ही वो BJP का दामन थामेंगे। इस दौरान असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी झारखंड चुनावी प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा की मौजूदगी के भी कयास है। वहीं, भगवा पार्टी का दामन थामने से पहले चंपई ने बताया कि आखिरकार उन्हें ये फैसला लेने के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा।
तमाम अटकलों और कयासों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को चंपई सोरेन आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ जाएंगे। मगर बीते 10-12 दिनों में झारखंड की राजनीति में कई घटनाक्रम देखने को मिले। चंपई का बगावती तेवर दिखाना। फिर रांची से कोलकाता और कोलकाता से दिल्ली आना। चंपई सोरेन सबसे पहले 18 अगस्त को दिल्ली पहुंचे थे। उनके दिल्ली दौरे से पहले ये कयास शुरू हो गए थे कि वो बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं। हालांकि, चंपई ने पहले दौरे पर खुलकर बीजेपी में जाने की बात स्वीकार नहीं की थी।
मैं दिल्ली अपना टूटा चश्मा ठीक कराने गया था-चंपई
तमाम अटकलों बीच तीन दिनों तक दिल्ली में समय बिताने के बाद चंपई वापस झारखंड लौट गए। घर वापसी के साथ उनके तेवर भी नरम नजर आए थे। फिर उन्होंने दिल्ली दौरे को लेकर एक ऐसा बयान दिया कि गले नहीं उतर रहा था। सरायकेला पहुंचने पर चंपई ने कहा था कि वो निजी काम से दिल्ली गए थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया था कि मेरी बेटी और पोता दिल्ली में रहता हैं। मेरा चश्मा टूट गया था और पोते ने कहा कि दादू दिल्ली आइए मैं यहीं ठीक करवा दूंगा। तो मैं दिल्ली अपना टूटा चश्मा ठीक कराने गया था। मैं जब दिल्ली पहुंचा तो भी मैंने कहा था कि मैं अपने बच्चों से मिलने आया हूं।
दोबारा दिल्ली दौरे पर BJP से बनी बात
दिल्ली से वापस लोटने के बाद चंपई सोरेन ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। मगर चंपई फिर 26 अगस्त को दोबारा दिल्ली दौरे पर आया। इस बार चंपई की केंद्रीय मंत्री अमित शाह और हिमंता बिस्वा सरमा से मुलाकात हुई। दोनों से मुलाकात के बाद ये ऐलान हुआ कि वो चंपई बीजेपी का दामन थामने वाले हैं। JMM के पूर्व नेता चंपई ने भी आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान कर दिया। अब उन्होंने इस फैसले के पीछे की वजह बताई है।
अब चंपई ने बताई BJP जानें की वजह
बीजेपी ज्वाइन करने से ठीक एक दिन पहले चंपई सोरेन ने कहा, ‘मैं काफी विचार-विमर्श के बाद उस पार्टी (BJP) में शामिल होने जा रहा हूं। वहां से मैं आदिवासियों के अस्तित्व की रक्षा करूंगा। उनकी आबादी घट रही है, मैं इस बारे में अपनी आवाज उठाऊंगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वो राज्य के विकास और बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण खतरे में पड़े आदिवासियों के अस्तित्व को बचाने के इरादे से बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। एएनआई से बात करते हुए सोरेन ने राज्य के विकास को आगे बढ़ाने के लिए अपने समर्पण पर प्रकाश डाला और कहा, ‘हमारे पास अभी अगली योजना नहीं है। 30 तारीख को मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाऊंगा। ये देश की सबसे बड़ी पार्टी है। पार्टी मुझे जो भी भूमिका देगी, मैं उसे निभाऊंगा।