‘जात-पांत, भेदभाव और छुआछूत को खत्म….’, धीरेंद्र शास्त्री ने बताया अपनी ‘सनातन यात्रा’ का उद्देश्य

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Bageshwar Dham Exclusive: रिपब्लिक भारत पर ऐश्वर्य कपूर संग खास बातचीत में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कई बड़े बयान दिए हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने अपने आगामी ‘सनातन एकता यात्रा’ की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य जाति, भेदभाव और छुआछूत को समाप्त करना है। रिपब्लिक भारत को धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि यह यात्रा उनके जन्मदिन 4 जुलाई को घोषित की गई थी। ऐश्वर्य कपूर ने इंटरव्यू में धीरेंद्र शास्त्री से पूछा कि, मुझे पता चला है आप भी एक यात्रा निकलने वाले हैं। क्या आप ये यात्रा सभी को एक करने के लिए निकाल रहे हैं? 

इसपर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, यह देश यात्राओं का देश है। यहां राम की भी वनवास यात्रा हुई, महात्मा गांधी की यात्रा हुई। आज जगतगुरु शंकराचार्य की चारों मठों की स्थापना यात्रा हुई। इस देश में यात्राएं हमेशा सफल हुई हैं। वर्तमान में हमारे हिंदू सनातनी परिवार, जातियों में बहुत ज्यादा बटे हुए हैं, छुआछूत, भेदभाव, गांव-गांव में यह सबसे बड़ा मसला है। हमने इसलिए विचार किया कि राम ने जब शबरी के घर बेर खाए तो, क्यों ना हम सबको एक करें। आगे-पिछड़े की लड़ाई को मिटाएं, भेदभाव को दूर करें, छुआछूत को दूर करें, एकता का नारा दें, लेकिन सनातन एकता पर ज्यादा जोर है।

ऐश्वर्य कपूर ने धीरेंद्र शास्त्री से खास बातचीत में पूछा कि, प्रधानमंत्री ने कहा एक रहोगे तो सेफ रहोगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार नहीं दर्जनों बार कह दिया कि ‘बंटोगे तो कटोगे’। क्या आपने एक रहने वाली इस बात को पड़क लिया और इसलिए आप ये यात्रा निकाल रहे हैं।धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, ‘इस यात्रा का संकल्प हमने अपने जन्मदिवस पर 4 जुलाई को लिया था, 4 जुलाई को इस यात्रा की घोषणा की थी। जात-पात और भेदभाव को मिटाने के लिए ये यात्रा है। हम धर्मगुरु हैं, हम किसी भी सरकार सत्ता से नहीं है ना पक्ष ना विपक्ष, सभी पार्टी के लोग हमारे हैं, इस यात्रा में सभी का स्वागत है। अगर कोई भी इसमें शामिल होना चाहेगा तो उसका स्वागत है, हम किसी को भगाएंगे नहीं। अखिलेश आएगा तो भी ठीक है, सीएम योगी आदित्यनाथ आएंगे तो भी ठीक है। राहुल आएंगे तो ठीक है। वह भी तो भारत के हैं। वह भी तो जात पात को मिटवाने का भाव रखते ही होंगे, गांव गांव हर क्षेत्र में यह देखने को मिलता है।’ 

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