दक्षिणी लेबनान में तैनात यूएन शान्तिरक्षा मिशन (UNIFIL) के एक बार फिर से, इसराइली सैन्य बलों की गोलाबारी की चपेट में आने की ख़बर है. पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाओं में पाँच शान्तिरक्षक घायल हुए हैं.
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इज़राइल और हेज़बोल्लाह के बीच घमासान युद्ध: दोनों पक्षों के तीव्र हमले
इज़राइल और हेज़बोल्लाह के बीच घमासान युद्ध की शुरुआत और इसके पीछे के कारण काफी पेचीदा एवं जटिल हैं। दोनों पक्षों के बीच पिछले कई दशकों से चले आ रहे तनाव ने इस संघर्ष को बढ़ावा दिया है। सीमाओं पर स्थित विवादित क्षेत्रों और क्षेत्रीय राजनीतिक अस्थिरता ने इस तनाव को और भी बढ़ा दिया है। प्राथमिक विवाद की जड़ों की बात करें, तो ये मुख्यतः दक्षिण लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों में गहराई से जुड़ी हुई हैं, जहां हेज़बोल्लाह की उपस्थिति इज़राइल के सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती मानी जाती है।
इस लड़ाई में शामिल कई प्रमुख संगठन और उनकी भूमिका भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण होती है। हेज़बोल्लाह, एक शिया मुस्लिम समूह, जो ईरान का समर्थन प्राप्त है, दक्षिण लेबनान में एक सशस्त्र प्रतिरोध के रूप में कार्य करता है। यह समूह न केवल अपनी राजनीतिक विचारधारा बल्कि सैन्य क्षमता के लिए भी इज़राइल के लिए एक बड़ा खतरा समझा जाता है। वहीं दूसरी ओर इज़राइल, एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति के रूप में, अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई सक्रिय कदम उठाती आ रही है। इस संबंध में इज़राइल के रक्षा बलों का प्रमुख योगदान रहा है।