दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान इस सीजन का सबसे कम 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है, हालांकि दिन के अधिकांश समय शहर में ‘स्मॉग’ की मोटी चादर छाई रही। स्मॉग वायु प्रदूषण का ही एक रूप है। जब हवा में मौजूद धूल, धुआं और गाड़ियों से निकलने वाला घातक प्रदूषण एक साथ मिल जाता है तो ये स्मॉग का रूप ले लेता है
शहर में 12 अक्टूबर को दूसरा सबसे अधिक तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूरे अक्टूबर माह में दिल्ली का दिन का तापमान 35 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है तथा आने वाले दिनों में इसमें कमी आने की संभावना नहीं है। निजी मौसम पूर्वानुमानकर्ता ‘स्काईमेट वेदर सर्विसेज’ के महेश पलावत ने कहा, ‘तापमान में गिरावट की उम्मीद नहीं है क्योंकि इस समय कोई महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि, बादल या पश्चिमी विक्षोभ नहीं है।
तापमान कम से कम एक सप्ताह तक स्थिर रहेगा
जब तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों में कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ या बर्फबारी नहीं होती तब तक तापमान कम से कम एक सप्ताह तक स्थिर रहेगा।’ उन्होंने कहा कि 25 या 26 अक्टूबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है जिससे ऊपरी इलाकों में बारिश या बर्फबारी हो सकती है। उन्होंने कहा, “हालांकि तब तक हमें तापमान में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।”
दिन के दौरान आर्द्रता का स्तर 55 प्रतिशत से 83 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को आसमान साफ रहने तथा अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
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