आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने सोमवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री प्रभार संभाला था। वो दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री और तीसरी महिला मुख्यामंत्री बनीं। उन्होंने सीएम का पदभार तो संभाला मगर केजरीवाल की कुर्सी पर नहीं बैठीं। आतिशी केजरीवाल की कुर्सी के बगल में रखी सफेद रंग की एक दूसरी कुर्सी पर बैठीं। अब पदभार संभालने के ठीक एक दिन बात आतिशी दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंची।
दिल्ली की नई सीएम आतिशी अपनी नई पारी की शुरूआत के साथ सबसे पहले भगवान के दर माथा ठेकने पहुंची। मंगलवार, 24 सितंबर को भारी सुरक्षा के बीच आतिशी कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंची और पूजा-पाठ किया।यहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ के भी दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। दिल्ली की जनता के साथ-साथ CM आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के लिए भी भगवान से खास आशीर्वाद मांगा।
प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंची CM आतिशी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “मैंने हनुमान मंदिर में दर्शन किए। हनुमान जी हमारे संकटमोचन रहे हैं। पिछले 2 साल में AAP पर, दिल्ली सरकार पर, अरविंद केजरीवाल पर हमारे दुश्मनों द्वारा हर तरह के हमले हुए। उन्होंने हमें तोड़ने, दबाने की कोशिश की। लेकिन हनुमान जी ने हर संकट में AAP की रक्षा की है।
अरविंद केजरीवाल के लिए आतिशी ने मांगा ये आशीर्वाद
आतिशी ने आगे कहा कि हनुमान जी ने हर पल अरविंद केजरीवाल की रक्षा की। आज मैंने हनुमान जी से एक ही चीज़ मांगी है कि जिस तरह उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहा है, वैसे ही बना रहे और उनके आशीर्वाद के साथ आने वाले चुनाव में अरविंद केजरीवाल को फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाएं।
केजरीवाल की कुर्सी पर नहीं बैंठी आतिशी
बता दें कि पदभार ग्रहण के साथ ही आतिशी ने कहा था कि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में चार महीने तक उसी तरह काम करूंगी, जैसे भरत ने भगवान राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रखकर काम किया था। केजरीवाल की कुर्सी इसी कमरे में रहेगी। फिर 4 महीने बाद अरविंद केजरीवाल चुनाव के बाद बैठेंगे। ये कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है। अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देकर राजनीति में गरिमा की मिसाल कायम की है। भाजपा ने उनकी छवि बिगाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
आतिशी ने कंधों पर इतने विभाग
पदभार ग्रहण करने के बाद आतिशी ने केजरीवाल सरकार में अपने पास मौजूद 13 विभागों को बरकरार रखा है, जिसमें शिक्षा, राजस्व, वित्त, बिजली और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। हालांकि, उनके मंत्रिमंडल में एक नए सदस्य मुकेश अहलावत को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। उन्हें श्रम, एससी और एसटी, रोजगार और भूमि एवं भवन विभागों का प्रभार मिला, जबकि गोपाल राय ने केजरीवाल सरकार में अपने पास मौजूद विभागों को बरकरार रखा।
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