R Bharat Rashtra Sarvopari Sammelan 2024: देश के सबसे बड़े रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। इस सम्मेलन में सबसे पहले हरियाणा के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिरकत की। इसके बाद मंच पर मेजर जनरल जीडी बख्शी, रक्षा विशेषज्ञ बिशम्बर दयाल और पूर्व राजदूत दीपक वोहरा पहुंचे। इस दौरान ‘युद्ध के साइड इफेक्ट्स’ पर चर्चा हुई, जिसमें सार्थक सवाल-जवाब का दौर चला।
समिट में मेजर जनरल जीडी बख्शी, रक्षा विशेषज्ञ बिशम्बर दयाल और पूर्व राजदूत दीपक वोहरा ने ‘युद्ध के साइड इफेक्ट्स’ पर तमाम सवालों के बेबाकी से जवाब दिए। दुनिया में अलग-अलग देशों में चल रहे ‘युद्ध’ का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इसका जवाब पूर्व राजदूत दीपक वोहरा ने कुछ आंकड़ों के जरिये समझाया। उन्होंने कहा, ‘पहले विश्व युद्ध के आज के डॉलर्स में उसकी कीमत दो ट्रिलियन डॉलर थी। दूसरे विश्व युद्ध की कीमत 4 ट्रिलियन डॉलर थी। मानव इतिहास जबसे शुरू हुआ है तब से आज तक 100 करोड़ लोग जंग में मरे हैं। मरने वालों में 90 प्रतिशत सिविलियंस और महिलाएं हैं। हालांकि ये अनुमान है। अब 2024 में हमारी स्थिति कूटनीति बहुत हद तक है। हम (भारत) युद्ध रोकने में सफल नहीं हुए हैं।’
क्या भारत पर होगा अलग-अलग देशों में चल रहे ‘युद्ध’ का असर?
दीपक वोहरा ने आगे कहा, ‘हमारे यहां 44 संघर्ष चल रहे हैं। यूक्रेन-रूस और इजरायल-गाजा की तो सभी बात करते हैं। मैं तीन देशों में रहा हूं और मैंने जंग के परिणाम देखे हैं। सूडान और साउथ सूडान टूट गया। साउथ अफ्रीका और नामीबिया टूट गया। इसके बाद तीन से पांच प्रतिशत उनका जीडीपी गिरता है और फिर 30 साल तक उसका असर रहता है। भूख, बीमारी और ना जाने कितनी ही वजहों से लोगों की जान चली जाती है। ऐसे में भारत का इस पर क्या असर पड़ेगा इस पर मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा- ये इंडिया नहीं, ये भारत है। ये बहुत मजबूत देश है। 23 साल से भारत किसी से मदद नहीं ले रहा बल्कि 150 देशों की मदद करता है। हम इन सबसे निपट लेंगे।’
क्या परमाणु हमला हो सकता है?
कई देशों में चल रहे युद्ध का अंत है? क्या परमाणु हमला हो सकता है? इसके जवाब में मेजर जनरल जीडी बख्शी ने जवाब देते हुए कहा, ‘पिछले 75 सालों में भारत कभी तीसरे वर्ल्ड वॉर के इतने नजदीक नहीं था, जितना की आज है। वो कहते हैं कि हमें बताओं मत दिखाओ। अभी इजरायल ने ईरान पर भारी साइबर अटैक किया। उनके सभी नेटवर्क बंद हैं। साइबर हमला पहला चेतावनी संकेत है कि मुख्य हमला आ रहा है। 1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइल दागे जिनसे से 15 प्रतिशत हाइपरसोनिक मिसाइल थे। कोई भी स्तरित वायु रक्षा और कोई भी एंटी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा हाइपरसोनिक मिसाइलों को आने से नहीं रोक सकती। और वे आने में सफल हो गईं। काफी नुकसान हुआ है। बहुत कुछ नहीं बताया गया। अब लगातार इजरायल पिछले एक साल से रॉकेट अटैक, बैलिस्टिक मिसाइल दागे जा रहा है।
तीसरे विश्व युद्ध की बात पर बिशम्बर दयाल ने जताई असहमति
रक्षा विशेषज्ञ बिशम्बर दयाल ने जीडी बख्शी के तीसरे विश्व युद्ध की बात पर असहमति जताई। उन्होंने कहा कि मैं इस पर असहमति जताता हूं लेकिन दुनिया में कोई तीसरे विश्व युद्ध के आसार नहीं हैं। रूस और यूक्रेन का युद्ध एक रिजनल युद्ध है जो अब तक यूरोप में भी नहीं भड़की है। इसी तरह इजरायल का युद्ध तीन प्रॉक्सी से है- हमास, हिजबुल्लाह और साउथ ईस्ट और उनका प्रॉक्सी मास्टर ईरान। इनकी आपस की लड़ाई में सऊदी अरबिया, UAE, ईराक, इजिप्ट समेत अन्य देश नहीं उलझना चाहते हैं।
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