भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस को बृहस्पतिवार शाम यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति में एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलायी जायेगी। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटिवार ने संवाददाताओं से कहा कि फडणवीस दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ शपथ लेंगे तथा मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य बाद में शपथ लेंगे। यह तीसरी बार है कि फडणवीस (54) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
सूत्रों ने यहां बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार एवं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के उपमुख्यमंत्रियों के रूप में शपथ लेने की संभावना है। अजित पवार ने कहा है कि वह बृहस्पतिवार को शपथ लेंगे जबकि शिंदे गुट की ओर से अब तक उनके उप मुख्यमंत्री पद स्वीकार करने की पुष्टि नहीं हुई है। जब मुनगंटिवार से पूछा गया कि अन्य मंत्री कब शपथ लेंगे तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा,‘‘ प्रबल संभावना है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले मंत्रिपरिषद को शपथ दिला दी जाएगी, ताकि प्रशासनिक व्यवधान से बचा जा सके।’’
राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन फडणवीस को दिलाएंगे शपथ
शपथ ग्रहण समारोह दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा। राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन फडणवीस एवं दो उपमुख्यमंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायेंगे। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने और 23 नवंबर को उसके परिणाम सामने आने के उपरांत करीब दो हफ्ते तक सघन बातचीत चली थी। फिर आज फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का गठन होने जा रहा है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 132 सीट जीतने के साथ ही भाजपा के सबसे मजबूत होकर सामने आने के बाद फडणवीस (54) इस पद के प्रबल दावेदार बनकर उभरे। वह नागपुर दक्षिण पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अपने घटक दलों– शिवसेना और राकांपा के साथ मिलकर भाजपा नीत महायुति गठबंधन के पास विधानसभा में 230 सीट हैं। शपथ ग्रहण समारोह से पहले फडणवीस आज सुबह यहां प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर गये और वहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। बुधवार को फडणवीस ने सरकार गठन का औपचारिक दावा करने के लिए शिंदे और पवार के संग राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से मुलाकात की थी तथा गठबंधन के घटक दलों के समर्थन वाले पत्र उन्हें सौंपे थे।
40 हजार भाजपा समर्थकों शपथ ग्रहण का बनेगा हिस्सा
बुधवार को उससे पहले बैठक में फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। भाजपा नेता प्रसाद लाड ने पहले कहा था कि शपथ ग्रहण समारोह में लगभग 42,000 लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने बताया था कि 40,000 भाजपा समर्थकों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है और विभिन्न धर्मों के नेताओं सहित 2,000 गणमान्य लोगों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा के लिए 4,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। फडणवीस दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2014 से 2019 तक पांच साल तक भाजपा-शिवसेना सरकार का नेतृत्व किया था। वर्ष 2019 के चुनाव के बाद जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था, तब बाद में फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने थे।
अजित पवार छठी बार उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे
लेकिन यह सरकार महज 72 घंटे चली क्योंकि अजित पवार पर्याप्त संख्या में राकांपा विधायकों का समर्थन नहीं हासिल कर पाये थे। जब शिवसेना में विभाजन के बाद शिंदे के नेतृत्व में महायुति सरकार सत्ता में आयी तब फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने। बाद में शरद पवार की अगुवाई वाली राकांपा में विभाजन कर अजित पवार अलग हो गये और वह इस महायुति सरकार में दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हो गये। अजित पवार (65) छठी बार उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
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