इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) में कथित रूप से नशे में धुत होकर 25 वर्षीय महिला जूनियर डॉक्टर के कमरे में घुसने की कोशिश करने वाले व्यक्ति ने अपनी बदसलूकी के लिए इस चिकित्सक से माफी मांगी है। अस्पताल प्रबंधन के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार एमवायएच, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़ा है।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. संजय दीक्षित ने “पीटीआई-भाषा” को बताया,”एमवायएच में भर्ती एक मरीज के तीमारदार ने अपनी बदसलूकी के लिए महिला जूनियर डॉक्टर से लिखित में माफी मांगी है। माफीनामा स्वीकार करते हुए जूनियर डॉक्टर ने हमारी जांच समिति को लिखकर दिया है कि वह इस मामले में अब कोई कार्रवाई नहीं चाहती।’’
दीक्षित ने बताया कि एमवायएच और महाविद्यालय से सम्बद्ध अन्य अस्पतालों में महिला चिकित्सकों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया,”हम अस्पतालों के अलग-अलग स्थानों पर हूटर और पैनिक बटन लगाने जा रहे हैं ताकि महिला चिकित्सक किसी आपातकालीन स्थिति या अप्रिय हालात में इनका इस्तेमाल करके अस्पताल प्रबंधन को तुरंत सतर्क कर सकें।”
अधिष्ठाता ने बताया कि अस्पतालों के सुरक्षा कर्मियों को ‘‘ब्रेथ एनालाइजर” भी दिए जा रहे हैं ताकि संदेह होने पर वे तुरंत पता लगा सकें कि अस्पताल में घूम रहे लोगों ने शराब तो नहीं पी रखी है।
अधिकारियों ने बताया कि एमवायएच में एक मरीज के तीमारदार ने 31 अगस्त और एक सितंबर की दरमियानी रात महिला जूनियर डॉक्टर के कमरे में घुसने की कोशिश की और उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया था। घटना के वक्त यह व्यक्ति कथित तौर पर नशे में धुत था।
घटना को लेकर जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) ने एमवायएच की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हुए कड़ा आक्रोश जताया था। इसके बाद घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई गई थी।