निलेश शाह ने कहा कि यह करेक्शन है। यह बेयर मार्केट नहीं है। इंडियन मार्केट्स के लिए बेयर मार्केट में जाने की कोई वजह नहीं है। आम तौर पर बुल मार्केट्स में भी 15-20 फीसदी का करेक्शन आता है। कई निवेशक निराशा में अपने स्टॉक्स बेच सकते हैं। लेकिन, यह खरीदारी करने का मौका है