पंजाब में सोमवार को खेतों में आग लगने की सिर्फ 13 घटनाएं हुईं, जिससे पराली जलाने की घटनाओं की कुल संख्या 4,145 हो गई। यह जानकारी पंजाब रिमोट सेसिंग सेंटर के आंकड़ों से मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, फिरोजपुर (पांच), संगरूर (तीन), बठिंडा (दो), पटियाला (दो) और फरीदकोट (एक) में पराली जलाने की घटनाएं देखी गईं।
आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से चार नवंबर तक पंजाब में पराली जलाने की कुल 4,145 घटनाएं हुईं। पंजाब में धान की कटाई अब भी जारी है। अक्टूबर और नवंबर में धान की फसल की कटाई के बाद पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।
धान की कटाई के बाद रबी की फसल गेहूं की बुवाई के लिए समय बहुत कम होता है, इसलिए कुछ किसान अगली फसल की बुवाई के लिए फसल अवशेषों को जल्दी से साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं।
पंजाब में 2023 में खेतों में आग लगाने की कुल 36,663 घटनाएं दर्ज की गईं। राज्य में खेत में आग लगाने की 2022 में 49,922, 2021 में 71,304, 2020 में 76,590, 2019 में 55,210 और 2018 में 50,590 घटनाएं दर्ज की गईं।