तिहाड़ जेल से रिहा होने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज AAP नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। केजरीवाल ने कहा, ‘मैं इस्तीफा इसलिए दे रहा हूं क्योंकि मुझपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। मैं जनता को अग्नि परीक्षा देने के लिए तैयार हूं।
अरविंद केजरीवाल ने यह भी साफ कर दिया कि मनीष सिसोदिया भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। ऐसे में अब सवाल उठने लगे हैं कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा। दो दिन बाद इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए केजरीवाल ने कहा, “अगर आपको यह लगता है कि मैं ईमानदार हूं तो मुझे वोट देना और जब आप जीता दोगे तभी मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा। मैं इस्तीफा इसलिए दे रहा हूं क्योंकि मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए गए।” उन्होंने आगे कहा, “आम आदमी पार्टी से कोई मुख्यमंत्री बनेगा। मुख्यमंत्री के चयन के लिए विधायक दल की बैठक होगी।”
सीएम के लिए इनके नाम सुर्खियों में
दिल्ली में सीएम की कुर्सी के लिए सबसे बड़े दावेदार के रूप में आतिशी सिंह को माना जा रहा है। आतिशी दिल्ली की शिक्षा मंत्री हैं और जब केजरीवाल, संजय सिंह, सिसोदिया जेल में थे तो पार्टी का सारा भार उन्हीं के कंधों पर था। आतिशी को केजरीवाल का भरोसेमंद बताया जाता है। सिसोदिया के जेल में रहने के दौरान आतिशी ने ही दिल्ली का बजट पेश किया था।
आतिशी के पास शिक्षा, उच्च शिक्षा, टीटीई, वित्त, योजना, पीडब्ल्यूडी, जल, बिजली, सेवाएं, सतर्कता, जनसंपर्क जैसे अहम मंत्रालय हैं। आतिशी के अलावा सौरभ भारद्वाज भी सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं। वह लंबे समय से आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। दिल्ली विधानसभा में ग्रेटर कैलाश सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। सौरभ दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और पर्यटन मंत्री हैं। साथ वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं।
तो क्या सुनीता केजरीवाल होंगी दिल्ली की अगली सीएम
इसके अलावा दिल्ली के सीएम पद के लिए अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम भी चर्चा में हैं। केजरीवाल के जेल जाने के बाद लोकसभा चुनावों में सुनीता केजरीवाल ने जिस तरह प्रचार का जिम्मा उठाया था, उससे उनकी छवि एक जिम्मेदार नेता की तरह बनी। वहीं सीएम पद की रेस में कैलाश गहलोत भी तीसरा बड़ा नाम चल रहा है। वह दिल्ली के परिवहन और पर्यावरण मंत्री हैं। वह नई दिल्ली के नजफगढ़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। कैलाश गहलोत लो प्रोफाइल नेता हैं और वह कम ही चर्चा में रहते हैं। इसके अलावा संजय सिंह का नाम भी रेस में है।
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