Shyamji Krishna Verma: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने अपने क्रांतिकारी कदमों से देश की स्वतंत्रता के संकल्प में अद्भुत शक्ति भरने का काम किया तथा राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण और सेवा भाव हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।
श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म चार अक्टूबर 1857 को गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी गांव में हुआ था। वर्मा का 31 मार्च 1930 को जिनेवा के एक अस्पताल में निधन हो गया था।
उनका पार्थिव शरीर अन्तरराष्ट्रीय कानूनों के कारण भारत नहीं लाया जा सका था और वहीं उनकी अन्त्येष्टि की गयी थी। उनका दाह संस्कार कर उनकी अस्थियों को जिनेवा की ‘सेंट जॉर्ज सिमेट्री’ में सुरक्षित रख दिया गया था।
गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद मोदी 2003 में जिनेवा गए थे और वर्मा की अस्थियां लेकर भारत आए थे।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महान स्वतंत्रता सेनानी और मां भारती के वीर सपूत श्यामजी कृष्ण वर्मा को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने अपने क्रांतिकारी कदमों से देश की स्वतंत्रता के संकल्प में अद्भुत शक्ति भरने का काम किया। राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण और सेवा भाव हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।’