असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा एक बार फिर अपने नए फैसले की वजह से सुर्खियों में हैं। राज्य के कुछ स्थानों पर अब जमीन की बिक्री-खरीद पर रोक लगा दी गई। उन्होंने यह फैसला क्यों लिया है इस पर भी बात की है। उन्होंने साफ-साफ यह भी कहा कि राज्य में अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी घटना पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
इसी CM हिमंता ने सोशल मीडिया फ्लेटफॉर्म X पर इससे संबंधित पोस्ट भी किया। उन्होंने लिखा, एक प्राचीन मंदिर के पास अगर अचानक कोई मस्जिद बना दी जाए या ऐतिहासिक ईदगाह के पास पूजा शुरू हो जाए, तो यह समाज के संतुलन के लिए ठीक नहीं है। अधिकारियों को इन संवेदनशील मुद्दों पर विचार करना चाहिए। इसी कारण सरकार ने महत्वपूर्ण स्थलों के पास जमीन की खरीद पर रोक लगाई है।
सरकारी कर्मचारियों को CM हिमंता का संदेश
उन्होंने इससे संबंधित एक और पोस्ट लिखा, हमारी सरकार ने कल कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर अहम फैसले लिए हैं, जैसे: जिन जिलों में अवैध लोगों द्वारा अतिक्रमण हो रहा है, उन जिलों में जमीन की खरीद पर रोक लगाई जाएगी। यदि कोई सरकारी कर्मचारी इन मामलों में ढिलाई बरतता है या यदि किसी मामले में फ़ाइल जल्दी पारित नहीं होती है, ऐसे में अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने का प्रबंध किया जाएगा और उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी
असम CM ने बताया क्यों जमीन खरीद पर लगाई रोक
हिमंता ने आगे कहा कि असम आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। हम जो निर्णय लेंगे, वे हमारी सभ्यता के अस्तित्व और समृद्धि को आकार देंगे। हमारी नौकरशाही के लिए यह आवश्यक है कि वह इस चुनौती का सामना करे और हमारे लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम करे। असम सरकार लैंड रिकॉर्ड्स को सुव्यवस्थित करने, अतिक्रमण से लड़ने और असम के स्वदेशी समुदायों के भूमि अधिकारों की सुरक्षा के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है।
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