फ़िलिपीन्स में रहने वाली एक पूर्व लड़ाका, अब मिंडानाओ द्वीप में अपने समुदाय के लोगों के अधिकारों की पैरोकार बन गई हैं. उन्होंने बताया कि किस तरह उन्होंने अपने सैन्य गुट की वर्दी छोड़कर ‘जिलबाब’ [यानि बाहरी परिधान] अपनाया और जंगल की ज़िन्दगी की बजाय, ग्रामीण समुदाय के साथ रहकर एक शान्तिपूर्ण जीवन जीना पसन्द किया.