कोलकाता के सियालदह ईएसआई अस्पताल में शुक्रवार की सुबह भीषण आग लग गई। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकरी दी। अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर 10 दमकल वाहनों को भेजा गया और दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
अधिकारी ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। आग लगने की सूचना मिलने के बाद पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस अस्पताल पहुंचे। मंत्री ने बताया कि अस्पताल में सुबह करीब साढ़े पांच बजे आग लगी थी। उन्होंने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है। इस बीच, एक मरीज की मौत को लेकर उसके परिवार के दावे को लेकर सवाल किए जाने पर मंत्री ने कहा कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि उसकी मौत आग के कारण दम घुटने से हुई या फिर प्राकृतिक कारण से हुई।
ईएसआई अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आग सबसे पहले पुरुषों के लिए बने सर्जिकल वार्ड की पहली मंजिल पर लगी। उन्होंने कहा कि सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और कुछ को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि करीब 50 मरीजों को मानिकतला ईएसआई अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘अस्पताल का ‘वाटर स्प्रिंकलर सिस्टम’ (आग बुझाने के लिए पानी का छिड़काव करने वाली प्रणाली) अभी निर्माणाधीन है। हालांकि, अग्निशामक यंत्र उपलब्ध थे लेकिन वे इतने व्यापक पैमाने पर फैली आग को काबू करने के लिए पर्याप्त नहीं थे जिससे वार्ड को भारी नुकसान हुआ।’’
पश्चिम बंगाल के श्रम मंत्री मलय घटक ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच की जाएगी। कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने अस्पताल का दौरा किया और कहा कि एक फोरेंसिक टीम अस्पताल का दौरा करेगी।