Bahraich Wolf Attack: उत्तर प्रदेश के बहराइच में आखिरी आदमखोर भेड़िये (Bhediya) की तलाश अभी खत्म नहीं हुई है। तमाम साजो-सामान के साथ वन विभाग की टीम बदले की फिराक में घूम रहे लंगड़े भेड़िए की तलाश कर रही है, लेकिन सफलता अभी दूर है। 10 मासूमों को निवाला बना चुका और दर्जनों लोगों पर हमला कर चुका भेड़ियों का लंगड़ा सरदार एक बार फिर कैमरे में कैद हुआ है। जिसके बाद स्थानीय लोग थर-थर कांपना रहे हैं।
बदले की आग में घूम रहा छठा आदमखोर लंगड़ा भेड़िया स्थानीय लोगों के मोबाइल कैमरा में कैद हुआ है। बीते कई दिनों से वन विभाग की कई टीमों को इसकी तलाश गर्मजोशी से है। महसी इलाके के रहने वाले ग्रामीण के मोबाइल में कैद हुई छठे भेड़िये की ताजा तस्वीर सामने आई हैं। सामने आई नई वीडियो में आदमखोर पूरी फुर्ती के साथ गन्ने के खेत से निकलकर भाग रहा है। ग्रामीण बाइक से उसका पीछा करते हैं, लेकिन फिर वो गायब हो जाता है।
वन विभाग ने तैयार किया प्लान
बहराइच की महसी तहसील के करीब 50 गांवों में इस आदमखोर भेड़िए ने आतंक मचा रखा है। इस इलाके के गांवों में भेड़िया खौफ का पर्याय बन चुका है। आदमखोर भेड़िए ने 10 से अधिक लोगों और कई जानवरों की जान ली हैं। लंगड़े भेड़िए को पकड़ने के लिए वन विभाग के कई प्लान बेकार हो चुके हैं। अब फिर वन विभाग ने इसे पकड़ने के लिए नया प्लान तैयार किया है और दावा किया है कि वो जल्द ही पकड़ा जा सकता है।
लंगड़े भेड़िए की दहशत में लोग
बहराइच की महसी तहसील में भेड़िए के झुंड ने कई 3 महीनों से आतंक मचा रखा है। इस झुंड में 6 भेड़िए थे, जिनमें से 5 को पकड़ा जा चुका है। इस झुंड का सरदार लंगड़ा भेड़िया है, जो अभी तक वन विभाग के अधिकारियों के हत्थे नहीं चढ़ा है। ये भेड़िया बहुत ही चालाक है इलाके के लोग बताते हैं कि वो लंगड़ा है और वही इन भेड़ियों के झुंड का सरदार है।
डीएफओ अजित सिंह ने रिपब्लिक भारत से बातचीत करते हुए बताया था, ‘एक ही भेड़िया अब बचा हुआ है जो कि इधर-उधर भटक रहा है। हम उसे पकड़ने के लिए इस बार एक नई तरकीब लेकर आए हैं। इस बार वो बचकर निकल नहीं सकता है।’ लेकिन अब तक डीएफओ का ये प्लान भी कामयाब नहीं हुआ है।
CM योगी ने दिया गोली मारने का आदेश
झुंड के सरदार लंगड़े भेड़ियो को सीएम योगी आदित्यनाथ ने देखते ही गोली मारने के आदेश दे रखे हैं। भेड़ियों के आतंक से प्रभावित इलाके का दौरा करने के बाद सीएम योगी ने कहा था कि खूंखार भेड़िये को गोली मारने का भी अंतिम विकल्प है। जब तक इलाका खतरे से मुक्त नहीं हो जाता, तब तक वन विभाग की टीम यहां तैनात रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर लंगड़ा भेड़िया दिखता है तो उसे गोली मार दीजिए।
पहले हमला नहीं करते थे भेड़िए
स्थानीय लोगों के मुताबिक भेड़ियों का व्यवहार पहले ऐसा नहीं था। खेतों में काम करते समय कई बार ऐसा होता था कि भेड़िए और सियार बगल से निकल जाते थे। हालांकि बकरी, मुर्गी या फिर कुत्ते का बच्चा भले ही इनके शिकार हुए हों लेकिन वो इंसानों पर कभी हमला नहीं बोलते थे। बस 40 साल पहले एक बच्चे पर हमले की बात सामने आई थी।
बदला ले रहा लंगड़ा भेड़िया
बहराइच में चर्चा ये भी है कि एक भेड़िए के दो बच्चे ट्रैक्टर से कुचलकर मर गए थे। इसके बाद भेड़िए बदला लेने के लिए आक्रामक हो गए, क्योंकि ये अपने परिवार को लेकर बहुत ही भावनात्मक होते हैं। हालांकि वन विभाग इस बात की पुष्टि नहीं कर रहा, लेकिन यह सच है कि अपने झुंड के बुजुर्गों और बच्चों को लेकर भेड़िए बहुत संवेदनशील होते हैं।
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