Kanpur Jackal Attack: अभी बहराइच में खूनी भेड़िए की दहशत खत्म भी नहीं हुई कि कानपुर में भी जंगली जानवरों के हमले की खबर सामने आई है। हालांकि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जंगली जानवरों के हमलों का खौफ छाया हुआ है। बहराइच के अलावा, बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, कौशांबी सहित कई जिलों में भेड़िए, तेंदुएं, सियार और बाघ के हमलों की खबरें आ रही हैं। वहीं अब कानपुर में सियार ने हमला कर कई लोगों को घायल कर दिया है। गांव वालों ने बताया कि सियार ने हमला करके 3 लोगों को घायल कर दिया है।
गांव में सियार के हमले को लेकर गांव वालों ने तो सियार का वीडियो भी बना लिया। दरअसल ये मामला कानपुर के नरवल थाना क्षेत्र कुढ़गांव का है जहां मंगलवार (10 सितंबर ) की शाम को जब अपने खेतों में काम कर रहे थे तभी एक सियार ने उनपर हमला कर दिया। वहीं इसके अलावा एक और जगह पर जब 50 वर्षीय राम किशोर अपने खेतों में काम कर रहे थे तब उनके ऊपर भी सियार ने हमला बोल दिया था। इसके अलावा सियार ने एक दस वर्षीय बच्चे को भी अपना शिकार बनाना चाहा लेकिन वो भी उसके हमले से बच गया लेकिन घायल जरूर हो गया। सियार के इन हमलों के बाद से कानपुर के इस इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। शाम को अंधेरा होते ही गांव वाले अपने मवेशियों और बच्चों को घरों में बंद कर दे रहे हैं।
सियार के हमले में घायल ग्रामीण, फोटो- रिपब्लिक भारत
कानपुर एसडीएम ने बतायी वजह
एक ओर इस इलाके में सियार के हमले से दहशत का माहौल है वहीं दूसरी ओर कानपुर के एसडीएम ऋषभ के मुताबिक सबकुछ ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा कि जंगली जानवर के हमले में बस गांव के तीन लोग घायल हो गए हैं बाकि स्थिति ठीक है। ग्रामीणों के मुताबिक जंगली जानवर को गांव में देखा गया है और वन विभाग को जंगली जानवर के हमले की जानकारी दी गई है। जानवर की तलाशी का अभियान चल रहा है। एसडीएम ऋषभ वर्मा ने कहा कि इलाके में ज्यादा बारिश की वजह से जंगली जानवरों की मांदों में पानी भर गया होगा और वो आस-पास के गांव में घुस गए हैं। फिलहाल आज और कल इसकी कोई सूचना नहीं मिली है हम प्रयास कर रहे है इसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
सियार के हमले में घायल बच्चा, फोटो- रिपब्लिक भारत
बहराइच की महसी तहसील के 50 गांवों में भेड़ियों का आतंक
बहराइच में भेड़ियों के आक्रमण ने वन अधिकारियों की रातों की नींद उड़ा दी है, जहां भेड़ियों ने बहुत ही कम समय में कम से कम छह लोगों की जान ले ली है और कई लोग उनके हमलों में घायल हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश वन विभाग ने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा है, लेकिन नेपाल सीमा के पास स्थित जिले के 75 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कई टीम के जाल डालने के बावजूद जानवरों के हमले जारी हैं। इस बारे में केवल अटकलें ही लगाई जा रही हैं कि भेड़ियों में अचानक इतना आक्रामकता कैसे आ गई कि वे बहराइच के महसी तहसील के 50 गांवों के 15,000 लोगों को आतंकित कर रहे हैं।
भेड़ियों को पकड़ने के लिए 165 अधिकारी जंगल में
वन विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘भेड़ियों का इतना आक्रामक रवैया सामान्य बात नहीं है। रेबीज के संक्रमण से भेड़ियों की आक्रामकता बढ़ जाती है। हो सकता है कि उनके अंदर रेबीज का संक्रमण हो।’ उन्होंने कहा, ‘यह जरूरी है कि अब तक पकड़े गए छह में से चार भेड़ियों का मेडिकल परीक्षण कराया जाए ताकि यह पता लग सके कि कहीं उनमें रेबीज का संक्रमण तो नहीं है।’ बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि कुल 165 अधिकारी और कर्मचारी आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने में दिन-रात जुटे हैं। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने नौ शूटर भी मैदान में उतरे हैं।