बहराइच से उदयपुर तक… कहीं बाघ तो कहीं भेड़िए का आतंक; आदमखोरों ने उड़ाई ग्रामीणों की नींद

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Bahraich to Udaipur Terror: उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान के उदयुपर तक आदमखोर जानवरों का दहशत जारी है। खूंखार जानवरों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें तमाम रणनीतियां अपना रही हैं, इसके बावजूद वह चंगुल में नहीं आ रहे हैं।

बहराइच और सीतापुर में भेड़ियों का तो लखीमपुर खीरी में बाघ और उदयपुर में तेंदुए और पैंथर का आतंक देखने को मिला है। इन आदमखोरों ने ग्रामीणों के दिन का चैन और रात की नींद छीन ली है। लोग इनके डर के साये में जीने को मजबूर हो गए हैं। इन लोगों ने इस कदर दहशत मचा रखी है कि लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं।

फिर बाघ दिखने से हड़कंप

ताजा मामला यूपी के लखीमपुर खीरी से सामने आया है जहां दो अलग-अलग जगहों पर बाघ देखे जाने से दहशत का माहौल बना हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, 26 सितंबर की दोपहर और शाम को दो अलग-अलग स्थानों पर बाघ देखा गया। बताया जा रहा है कि एक बाघ जिले के ब्लाक बिजुआ स्थित ग्राम पंचायत रायपुर में देखा गया, जिसका वीडियो कुछ लोगों ने रिकॉर्ड कर लिया। जबकि दूसरा बाघ शाम को अलीगंज से मालपुर जाने वाले रोड पर राहगीरों ने देखा। राहगीरों का कहना है कि लगभग 10 मिनट तक बाघ वहीं खड़ा रहा, जिससे आवागमन भी बाधित रहा। क्षेत्र में लगातार बाघ के देखे जाने से ग्रामीणों में डर का माहौल है।

हमले में तीन बच्चे घायल

वहीं बहराइच से भी तीन बच्चों पर जानवर के हमले की खबर है। इस मामले पर DFO अजीत सिंह ने बताया कि लोधन पुरवा से एक ही ऐसा मामला सामने आया है जो जानवरों द्वारा किया गया है। जब हम मौके पर पहुंचे तो हमने घायल बच्चे के पिता और स्थानीय निवासियों से पूछताछ की जिसमें किसी ने भी जानवर को देखने की पुष्टि नहीं की है। जब सर्च किया गया तो हमें कुत्ते के पांव के निशान मिले हैं। बच्ची को जो घाव आए हैं वो बहुत गंभीर नहीं हैं। क्षेत्र में भेड़िए की मौजूदगी हो सकती है क्योंकि बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन ठीक से नहीं हो पाया है। जैसे ही मौसम हमारे अनुकूल होता है हम उसे(भेड़िए को) फिर पकड़ने की कोशिश करेंगे।

तेंदुए ने पांच साल की बच्ची को बनाया निवाला

राजस्थान के उदयपुर से भी बुधवार, 25 सितंबर को तेंदुए के एक बच्ची को निवाला बनाने का मामला सामने आया। यहां खूंखार तेंदुआ गोगुंदा कस्बे के मजावद से एक पांच साल की बच्ची को जंगल की तरफ खींच कर ले गया। गुरुवार की सुबह गांव वालों का बच्ची का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। उदयपुर में पिछले 10 से 11 दिनों में यह चौथी घटना है, जब तेंदुए ने किसी को अपना शिकार बनाया है।

आदमखोरों को पकड़ने के प्रयास जारी

बता दें कि वन विभाग की टीमें लगातार तलाशी अभियान चला रही है। उदयपुर में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं। अब तक दो तेंदुओं को पकड़ा गया है। वहीं बात करें भेड़ियों की तो वन विभाग के अनुसार 6 में से 5 भेड़िए पकड़े जा चुके हैं जबकि 1 को पकड़ा जाना बाकी है। बाघ को पकड़ने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन वन विभाग के हाथ अभी भी खाली हैं।