राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की “रहस्यमय मौत” के मुद्दे पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारतीय वन्यजीव संस्थान और अन्य से जवाब मांगा है। एनजीटी ने मौतों के संबंध में मीडिया में आई खबर का संज्ञान लिया था।
अधिकरण ने खबर पर गौर किया, जिसमें कहा गया था कि प्रारंभिक जांच में रहस्यमय मौतों के कारण कोदो के पौधों का बड़ी मात्रा में सेवन करने से हाथियों के शरीर में विषाक्कता उत्पन्न होना बताया गया है।
एनजीटी ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव, भारतीय वन्यजीव संस्थान और आईवीआरआई के निदेशक, मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव वार्डन और उमरिया के जिला मजिस्ट्रेट को पक्ष या प्रतिवादी के रूप में इस मामले में शामिल किया।
अधिकरण ने कहा, “उपरोक्त उत्तरदाताओं को सुनवाई की अगली तारीख (12 दिसंबर) से कम से कम एक सप्ताह पहले अधिकरण की मध्य क्षेत्रीय पीठ के समक्ष हलफनामे के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया/उत्तर दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया जाए।”
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