बिहार सरकार के मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मुजफ्फरपुर जिले के पारू इलाके में एक सरकारी कार्यालय के परिसर से शराब की 135 बोतलें बरामद कीं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने इस मामले में चिंतामनपुर पंचायत की महिला मुखिया के पति मोती राम और छह अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया।
मद्य, निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के निरीक्षक शिवेंद्र कुमार ने संवाददाताओं को बताया, “गुप्त सूचना के आधार पर अधिकारियों ने मुजफ्फरपुर के पारू क्षेत्र के फंदा गांव में एक सरकारी भवन के परिसर में कल रात्रि छापेमारी कर विदेशी शराब की 135 कार्टून बोतलें बरामद कीं। कार्टूनों को बोरियों में बंद करके परिसर के एक कोने में रखा गया था। सभी 135 कार्टून जब्त कर लिए गए हैं।”
निरीक्षक ने बताया, “यह परिसर पंचायत विभाग से संबंधित गतिविधियों के लिए था और महिला मुखिया भवन की प्रभारी हैं। बाद में, जांच के दौरान मुखिया के पति और गांव के छह अन्य लोगों को राज्य निषेध अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया।”
उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। बिहार में अप्रैल 2016 में निषेध कानून लागू किया गया था, जिसमें शराब के निर्माण, बिक्री या सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया था।