‘भारतीय उद्योग और राष्ट्र के हितों के रक्षक थे रतन टाटा’, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि

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Ratan Tata Death: टाटा समूह के मानद अध्यक्ष एवं दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा समेत कई राज्यों के राज्यपालों और दिल्ली के उपराज्यपाल ने शोक जताया।

‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित 86 वर्षीय टाटा का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार को रात साढ़े 11 बजे निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।

‘टाटा समूह के सबसे उज्ज्वल रत्न थे…’

महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘श्री रतन टाटा 150 वर्ष पहले दिवंगत जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित वैश्विक टाटा साम्राज्य के सबसे उज्ज्वल रत्नों में से एक थे। आधुनिक प्रबंधन प्रथाओं को अपनाते हुए रतन टाटा ने इसके संस्थापक सदस्यों के दृष्टिकोण के साथ कभी समझौता नहीं किया और टाटा समूह को एक विश्वसनीय भारतीय वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित किया।’’ 

उन्होंने कहा कि टाटा समूह ने अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से भारत के 140 करोड़ लोगों के जीवन को छुआ है। इसका श्रेय रतन टाटा के दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ-साथ टाटा समूह को भी जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब मूल्यों का क्षरण हो रहा है, रतन टाटा ने अपने व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में नैतिकता और नैतिक मूल्यों को बनाए रखा और उनकी रक्षा की। राज्यपाल ने कहा कि रतन टाटा वास्तव में ‘‘भारतीय उद्योग और राष्ट्र के हितों के रक्षक’’ थे।

उन्होंने कहा कि देश जब विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रयास कर रहा है, तो हर क्षेत्र में भरोसा, उत्कृष्टता और नवाचार के मूल्यों को अपनाना, रतन टाटा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, क्योंकि ये मूल्य उनके बेहद करीब थे। राधाकृष्णन ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘मैं इस महान संत को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने मानवता के स्थायी भविष्य के बारे में सोचा।’’

महाराष्ट्र में एक दिन का शोक घोषित

महाराष्ट्र सरकार ने उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए बृहस्पतिवार को राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्र ध्वज 10 अक्टूबर को शोक के प्रतीक के रूप में आधा झुका रहेगा।

दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘रतन टाटा, आपने न केवल अपनी विरासत को आगे बढ़ाया बल्कि उसे समृद्ध और उन्नत भी किया। आपके निधन पर मेरी श्रद्धांजलि और संवेदनाएं हैं। भारत आपको हमेशा याद रखेगा।’’

इन राज्यों के राज्यपाल ने भी दी श्रद्धांजलि

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित अन्य नेताओं ने प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राजभवन के बयान के अनुसार, राज्यपाल बागडे ने देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बागडे ने अपने शोक संदेश में कहा कि उनका निधन अपूरणीय क्षति है।

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीयता से जुड़े रतन टाटा ने भारतीय उद्योग जगत में अपनी मौलिक दृष्टि से देश को वैश्विक पहचान दी। उन्होंने टाटा के औद्योगिक और सामाजिक सरोकारों को स्मरण करते हुए कहा कि वह दूर दृष्टि वाले, उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले लोकप्रिय उद्यमी थे।

तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और अन्य नेताओं ने टाटा संस के मानद अध्यक्ष रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। राज्यपाल रवि ने कहा कि ‘‘उनका जाना एक बहुत बड़ी राष्ट्रीय क्षति है।’’ उन्होंने टाटा के निकट और प्रियजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। राज्यपाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनकी आत्मा को शांति मिले। ओम शांति।’’

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘टाटा संस के मानद अध्यक्ष, वरिष्ठ उद्योगपति पद्म विभूषण रतन टाटाजी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं तथा शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।’’

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