
वर्ष 2004 में हिन्द महासागर में आई सुनामी से, हिन्द एवं प्रशान्त महासागर के 14 देश प्रभावित हुए थे. इसमें कुल 2 लाख 30 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हुई थी और विनाश के ऐसे दर्दनाक निशान पीछे छूटे कि आज बीस साल बाद भी इस नुक़सान का दर्द हरा है. लेकिन इस दर्द व पीड़ा के बीच एक नई कहानी ने जन्म लिया – प्रगति और सहनसक्षमता की कहानी!