विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर रविवार को रियाद पहुंचे।
जयशंकर तीन देशों की यात्रा के पहले चरण के तहत सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे हैं। इसके बाद वह जर्मनी और स्विट्जरलैंड भी जाएंगे।
विदेश मंत्री जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत-खाड़ी सहयोग परिषद के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक में हिस्सा लेने के लिए सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचा। गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए प्रोटोकॉल मामलों के उपमंत्री अब्दुल मजीद अल समारी का आभार।’’
जीसीसी एक प्रभावशाली समूह है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में जीसीसी देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 अरब अमेरिकी डॉलर था।
बाद में, जयशंकर ने रियाद में सऊदी राष्ट्रीय संग्रहालय और किंग अब्दुलअजीज फाउंडेशन फॉर रिसर्च एंड आर्काइव्स का दौरा किया।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘भारत के गहरे ऐतिहासिक संबंधों को सामने लाया गया जो अब एक मजबूत समकालीन संबंध विकसित करने की नींव के रूप में काम करता है।’’
यात्रा से पहले, विदेश मंत्रालय ने शनिवार को नयी दिल्ली में कहा कि भारत और जीसीसी के बीच गहरे और बहुआयामी संबंध हैं, जिसमें व्यापार और निवेश, ऊर्जा, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंध शामिल हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘जीसीसी क्षेत्र भारत के लिए एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार के रूप में उभरा है और यहां लगभग 89 लाख भारतीय प्रवासी समुदाय रहते हैं।’’
इसमें कहा गया, ‘‘विदेश मंत्रियों की बैठक भारत और जीसीसी के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संस्थागत सहयोग की समीक्षा करने और उसे गहरा करने का एक अवसर होगा।’’
रियाद से जयशंकर जर्मनी जाएंगे, जहां वह जर्मन विदेश मंत्री के साथ-साथ जर्मन सरकार के नेतृत्व और अन्य मंत्रियों से मुलाकात करके द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करेंगे।
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