ये सभी छात्र त्रिशूर के एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के बच्चे थे। इनके स्कूल के 100 छात्रों का एक ग्रुप एजुकेशन टूर के लिए मुन्नार जा रहा था। रास्ते में खाना खाने के लिए पूरा आदिमाली में रुका था। इस दौरान कुछ छात्रा चुपचाप बाहर निकले और पास की एक बिल्डिंग में पीछे से घुस गए। उन्हें लगा कि यह कोई वर्कशॉप है