भावनाओं के अलग-अलग रंगों का सफर दिखाती नवरस कथा कोलाज फिल्‍म

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‘नवरस कथा कोलाज’ एक एंथोलॉजी फिल्म है जो जीवन के नौ रसों का वर्णन करती है। ये नौ रस आनंद, शोक, प्रेम, क्रोध, वीरता, भय, शांति, आश्चर्य और घृणा हैं। हर कहानी एक अलग मानवीय भावना पर केंद्रित है, जो इन नौ भावनाओं को अलग-अलग दृष्टिकोण से पेश करती है।

इस फिल्म का कॉन्सेप्ट वाकई साहसिक है। आज के दौर में जहाँ आमतौर पर एक ही प्रकार की फिल्में देखने को मिलती हैं, वहीं ‘नवरस कथा कोलाज’ भावनाओं की एक अनोखी दुनिया में ले जाती है। प्रवीण हिंगोनिया ने नौ कहानियों के माध्यम से जीवन के विविध पहलुओं को सामने रखा है। हर कहानी लगभग 15-20 मिनट की है, जिसमें एक ही मुख्य कलाकार अलग-अलग भावनाओं को बखूबी निभाता है।

अत्याचार, घरेलू हिंसा और मां की कहानी

फिल्म की शुरुआत कोयल (रेवती पिल्लई) की कहानी से होती है, जो एक हिजड़े द्वारा गोद ली जाती है। उनका रिश्ता इतना मजबूत हो जाता है कि शादी के बाद जब कोयल का पति उसे छोड़ देता है, तो हिजड़ा उसकी आवाज़ में बोलकर उसे खुश रखने की कोशिश करता है। इसके बाद रूहाना (रूहाना खन्ना) की कहानी आती है, जो बस में हुए अत्याचार का शिकार होती है और बाद में उसके साथ गलत करने वाले भूत बनकर उससे माफी मांगते हैं। घरेलू हिंसा के शिकार लोगों के लिए काम करने वाली महिला की कहानी भी दिल को छूने वाली है, और एक पंजाबी माँ (अलका अमीन) की कहानी, जो जासूसी के आरोप में पाकिस्तान में कैद अपने बेटे की तलाश में है, भी प्रभावी है।

प्रवीण हिंगोनिया का प्रयास सराहनीय है। हालांकि कुछ कहानियाँ पूर्वानुमेय हैं, और कुछ में अतिरिक्त गहराई की कमी महसूस होती है। अभिनय में भी कुछ जगह सुधार की गुंजाइश दिखती है, लेकिन बावजूद इसके फिल्म के भावनात्मक पहलुओं ने इसे खास बनाया है। कुछ पात्र जैसे शीबा चड्ढा, जो एक टैलेंट प्रतियोगिता की बॉस के रूप में हैं, और राजेश शर्मा अपनी भूमिकाओं में सजीव प्रतीत होते हैं। संगीत, बैकग्राउंड स्कोर, और सिनेमैटोग्राफी फिल्म को और मजबूत बनाते हैं।

रेटिंग: 3.4/5

फिल्म का विवरण:निर्माण: स्वरध्रुपद प्रोडक्शंसनिर्देशक एवं मुख्य अभिनेता: प्रवीण हिंगोनियारिलीज़ की तारीख: 25 अक्टूबर, 2024प्रदर्शन स्थल: मुंबई के सिनेमाघरों में (दैनिक 1 शो)