लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि एक मजबूत और पारदर्शी ऑडिट प्रणाली लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद करती है और देश को सर्वांगीण विकास के पथ पर ले जाती है।
यहां नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के ‘ऑडिट दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक मजबूत और पारदर्शी ऑडिट राजकोषीय अनुशासन और मौद्रिक विवेक लाता है जो यह सुनिश्चित करता है कि विभिन्न योजनाओं के लिए संसद द्वारा पारित निधि का उचित उपयोग किया जाए।
बिरला ने यह भी कहा कि भारतीय लोकतंत्र में राजकोषीय अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, प्रमुख विपक्षी दल के एक वरिष्ठ सदस्य को पारंपरिक रूप से संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है।’’
उन्होंने कहा कि खर्च किए गए सार्वजनिक धन पर कैग की ऑडिट रिपोर्ट की जांच लोक लेखा समिति (पीएसी) द्वारा की जाती है, जहां दोनों पक्षों के सदस्य ऑडिट रिपोर्ट के पैराग्राफ पर अपने विचार साझा करते हैं। कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि ऑडिट में पारदर्शिता बढ़ने से अधिक राजकोषीय अनुशासन आता है।