
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को देश के लिए ‘‘बड़ी क्षति’’ करार देते हुए जद (एस) प्रमुख एच डी देवेगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने देश को आर्थिक संकट और कर्ज के जाल से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा ने सिंह को एक सरल, ईमानदार और सज्जन व्यक्ति बताया। भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में बृहस्पतिवार रात नयी दिल्ली में निधन हो गया।
देवेगौड़ा ने कहा कि देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक अवधियों में से एक के दौरान मनमोहन सिंह ने 1991 में नरसिंह राव सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया और जिम्मेदारी ली तथा देश को आर्थिक संकट से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया।
उन्होंने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि स्थिति की गंभीरता इतनी थी कि देश कर्ज के जाल में फंस जाता। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके समाधान के लिए नरसिंह राव सरकार ने सिंह के साथ मिलकर 130 टन सोना गिरवी रखने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि सिंह ने इसके बाद उदारीकरण, निजीकरण और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जैसे आर्थिक सुधार पेश किए। देवेगौड़ा ने कहा कि नरसिंह राव सरकार के अधीन वित्त मंत्री के रूप में सिंह ने इन सभी पहलों का क्रियान्वयन किया। देवेगौड़ा ने कहा कि मनमोहन सिंह का निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है।