
यूपी के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के गांजा और साधु-संतों को लेकर दिए विवादित टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी लगातार पलटवार कर है। बीजेपी अब अफजाल से अपने बयान पर मांफी मांगने की बात कर रही है। उनके बयान की हर तरफ निंदा हो रही है। अफजाल ने गांजा को वैध किए जाने की वकालत की है। इसे लेकर साधु-संतों पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है। अब वो अपने ही बयान पर चौतरफा घिर गए हैं।
अफजाल अंसारी की गांजा और साधु-संतों पर की गई विवादित टिप्पणी पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने पलटवार किया है। आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि सपा नेता ने जो हमारे मठो और पवित्र कुंभ को लेकर ओझी टिप्पणी की है उसकी मैं निंदा करता हूं। अफजाल अंसारी को अगर इतना ही बोलने का शौक है तो उन्हें मदरसों के बारे में बोलना चाहिए कि आखिरकार मदरसों में किस तरह से आतंकवादी गतिविधियां और अवैध हथियार इकट्ठे किए जा रहे हैं।
सनातन पर किसी को बोलने का अधिकार नहीं- BJP
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि अफजाल को बताना चाहिए कि मस्जिदों, दरगाहों और मजारों में क्या-क्या हो रहा है। वहीं, अफजाल अंसारी को आगाह करते हुए कहा कि मैं आपको चुनौती देता हूं कि आपने हलाला और खाने-पीने की चीजों में अपशिष्ट मिलने वाले वीडियो के बारे में आज तक नहीं बोला। इसलिए सनातन पर बोलने का आपको कोई अधिकार नहीं है। आपको अपने बयान पर खेद जताना होगा।
अफजाल अंसारी ने गांजा को वैध ठहराने की उठाई मांग
बता दें कि अफजाल अंसारी ने गांजा को वैध किए जाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा, गांजा को कानून का दर्जा देकर वैध किया जाना चाहिए। कानून का इतना बड़ा मखौल क्यों उड़ाते हो? देश में लाखों-करोड़ों लोग खुले आम गांजा पीते हैं। किसी भी मठ में जाकर देख लीजिए। यहां तक कि धार्मिक आयोजनों में भी खुले आम इसे पीया जाता है। धार्मिक आयोजनों में तो इसे भगवान का प्रसाद और बूटी कह कर पिया जाता है।
अफजाल अंसारी ने आगे कहा कि अभी कुंभ लगने जा रहा है। अगर वहां गांजा की मालगाड़ी भी चली जाएगी तो वो भी खत्म हो जाएगी। बहुत सारे साधु-संत और महात्मा गांजा बड़ा शौक से पीते हैं। कहते हैं कि इसको पीने से खूब भूख लगती है और ये स्वास्थ्य के लिए ठीक है। इसलिए हमारी मांग है कि इसे कानून का दर्जा दे दिया जाए। अपने उनके इस बयान की हर तरफ निंदा हो रही है।
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