उलमा और आयोजकों ने किसी भी धर्म या धर्मगुरु के खिलाफ टिप्पणी पर केंद्र सरकार से कड़ा कानून बनाने की मांग उठाई। तीन माह में ऐसा नहीं होने पर दिल्ली कूच का ऐलान किया गया। साथ ही महाराष्ट्र में जिस व्यक्ति ने अभद्र टिप्पणी की, उस पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई गई।