महिला सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता,तय हो सिपाही से लेकर पुलिस उपाधीक्षक तक की जवाबदेही: CM योगी

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा को अपनी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए रविवार को कहा कि ऐसी घटनाओं पर सिपाही से लेकर पुलिस उपाधीक्षक तक की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत प्रदेशस्तरीय बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों की ‘वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिग’ के माध्यम से समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में सभी अपर पुलिस महानिदेशक (जोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज), पुलिस उप महानिरीक्षक (परिक्षेत्र), मण्डलायुक्त और जिलाधिकारी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इससे किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जा सकता। झपटमारी, छेड़खानी की छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। महिला पुलिस बीट अधिकारियों को सक्रिय रखें। गश्ती जारी रखें। ऐसी घटनाओं पर बीट सिपाही से लेकर पुलिस उपाधीक्षक तक की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘शासन स्तर पर हर दिन हर जिले की समीक्षा की जा रही है। जिलों की हर घटना, हर अधिकारी की गतिविधि की निगरानी हो रही है। ऐसा ही प्रयास ‘जोन’ और ‘रेंज’ स्तर के अधिकारियों द्वारा अपने प्रभार के क्षेत्र में किया जाना चाहिए। पुलिस आयुक्त हर दिन पुलिस महानिदेशक को रिपोर्ट दें।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 सितम्बर को बारावफात के अतिरिक्त अनन्त चतुदर्शी तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके बाद पितृ पक्ष शुरू होगा और तीन अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी का उत्सव है। कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पुलिस प्रशासन को चौबीसों घंटे सतर्क-सावधान रहना होगा।

योगी ने कहा, ‘पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं और हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। पिछले अनुभवों के दृष्टिगत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाएं।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत कुछ सप्ताह के भीतर कुछ जिलों में मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, हालांकि सुरक्षा और बचाव के दृष्टिगत सभी जिलों में आवश्यक प्रबन्ध किए गए हैं, फिर भी जहां अतिरिक्त आवश्यकता हो, शासन को सूचित करें, हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने कहा कि वन्य जीव के कारण जिस भी परिवार में कोई व्यक्ति घायल अथवा असमय मौत के मुंह में गया है, संवेदना के साथ आर्थिक सहायता दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में रेल पटरियों को क्षतिग्रस्त करने अथवा रेल दुर्घटना की साजिश के संकेत मिले हैं जो अत्यन्त गम्भीर विषय है।

उन्होंने कहा कि ‘जोन’ और ‘रेंज’ स्तर के पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के जीआरपी और आरपीएफ के साथ लगातार सम्पर्क बनाए रखें तथा इस बड़ी साजिश में संलग्न हर अराजक तत्व के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।