कोलकाता रेप कांड को लेकर मंगलवार को छात्रों संगठनों ने नबन्ना मार्च निकाला था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस्तीफे की मांग लेकर हजारों संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे थे। प्रदर्शनकारियों को नबन्ना तक जाने से रोकने के लिए पुलिस ने हवाड़ा ब्रिज को बंद कर दिया था। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने बर्बर कार्रवाई भी की थी। इसके विरोध में बीजेपी ने बुधवार, 28 अगस्त बंगाल बंद बुलाया है। 12 घंटे के बंद को देखते हुए कोलकाता में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। वहीं, JDU ने भी पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था तो लेकर ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है।
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद की गई हत्या की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार सवालों के घेरे में हैं। विपक्ष ही नहीं छात्र से लेकर आम लोग भी सड़कों पर उतरकर ममता के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। मगर ममता बनर्जी अपने खिलाफ उठकी आवाज को दबाने की कोशिश में लगी है। नबन्ना मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस लाठीचार्ज किए और आंसू गैस के गोले दागे। अब पुलिस के एक्शन पर विपक्ष सवाल उठा रही है। केंद्रीय मंत्री और JDU नेता ललन चौधरी ने कहा कि ताजा हालात बताते हैं कि बंगाल में अराजकता का माहौल हो गया है।
बंगाल में अराजकता का माहौल है-ललन सिंह
बंगाल के हालात पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, पश्चिम बंगाल में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। वहां अराजकता का माहौल है। हमें आश्चर्य होता है कि वहां की मुख्यमंत्री महिला हैं और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ अगर प्रदर्शन होता है तो वे लाठीचार्ज करवाती हैं, टीयर गैस छुड़वाती हैं। महिला होकर भी अपने राज्य में महिलाओं को सुरक्षा देने में ममता बनर्जी असफल है।
बीजेपी का 12 घंटे का बंगाल बंद
पश्चिम बंगाल में राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में भारतीय जनता पार्टी द्वारा बुलाए 12 घंटे के बंद के कारण बुधवार को कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ। राज्य में सुबह से ही कई स्थानों पर रेल और सड़क अवरोधों के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर असर पड़ा जिससे लोगों को असुविधा हुई।
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