‘माफिया की कब्र पर फातिहा पढ़ने वाले क्या जानें मठ?’ अखिलेश के बयान पर CM योगी के मंत्री का पलटवार

sanjay nishad 1722676470189 16 9 KNbq4Q

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने बयानों से एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में सियासी गलियारे की हलचल को बढ़ा दिया है। सपा प्रमुख ने मठ और माफिया की तुलना एक-दूसरे से कर दी। उन्होंने ये बयान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए दिया। हालांकि, इसपर अब योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने पलटवार किया है।

संजय निषाद ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा, “जो माफिया की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ता हो वो मठ-मंदिर के बारे में क्या कहेगा?… केवल एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए वे किसी भी हद तक जाते हैं… इसी का नतीजा है कि 2014 से लगातार समाजवादी पार्टी बाहर जा रही है क्योंकि वे(अखिलेश यादव) एक वोट बैंक को खुश करने के लिए बाकियों को नाराज कर रहे हैं। विशेष वर्ग को खुश करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। पिता ने भी मंदिर के लिए गोलियां चलवाई थी। योगी ने माफिया की कमर तोड़ दी। पहले अपराधी पुलिस को दौड़ाते थे और आज अपराधी को पुलिस दौड़ा रही है।”

माफिया का किया बचाव तो…

संजय निषाद ने अखिलेश यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि माफिया का बचाव किया तो 2027 में जनता जवाब देगी। अपराधी की कोई जाति नहीं होती। वहीं दूसरी तरफ यूपी के डिप्टी सीएम समेत तमाम मंत्री, यहां तक कि पुलिस महानिदेशक भी अखिलेश के इस दावे को झूठा बता रहे हैं।

डिप्टी सीएम ने अपराधियों का पक्ष लेने का लगाया आरोप

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव पर अपराधियों का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए कहा, “हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि अपराधी सिर्फ अपराधी है और उसकी कोई जाति नहीं होती। सभी समुदायों के लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं।” इसके अलावा डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, “मैं ऐसे आरोपों का पूरी तरह खंडन करता हूं। किसी अपराधी की जाति या समुदाय को ध्यान में रखकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अगर यह पाया जाता है कि किसी ने निजी लाभ के लिए कार्रवाई की है तो उसकी जांच और उस पर कार्रवाई की पर्याप्त व्यवस्था है। उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को लागू करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।”

पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर और भाजपा के एक अन्य सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने सवाल किया, “जब पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान शहीद होते हैं तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव चुप क्यों रहते हैं। सर्राफा एसोसिएशन ने सुलतानपुर डकैती को सुलझाने के लिए पुलिस की प्रशंसा की है। अखिलेश यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आरोपी अपराधी था या नहीं।”

क्या था अखिलेश यादव का बयान?

अखिलेश यादव सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर कहा था कि BJP ने उत्तर प्रदेश को फर्जी मुठभेड़ों की राजधानी बना दिया है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर को लेकर के झूठी कहानी पढ़ी जा रही है। झूठे एनकाउंटर हो रहे हैं। रात में उठाकर मार दिया। सरकार की होशियारी देखिए चप्पल में एनकाउंटर हो रहा है। अखिलेश ने आरोप लगाए कि, ‘उत्तर प्रदेश में कई मुठभेड़ों पर उंगलियां उठ रही हैं। सरकार ने कई मुठभेड़ों में PDA परिवारों के लोगों को निशाना बनाया है।’ इसी दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि मठाधीश और माफिया में कोई ज्यादा अंतर नहीं होता है। इसी टिप्पणी पर अब सियासी हंगामा हो रहा है।

इसे भी पढ़ें: कोलकाता के एस एन बनर्जी रोड पर धमाका, एक महिला घायल, मौक पर पहुंची जांच टीम